क़ीमतों को कंट्रोल करने में हुकूमत नाकाम

सदर वेलफेयर पार्टी आफ़ इंडिया ज़िला मेदक एमजी अनवर के सहाफ़ती बयान के बमूजब एक तरफ़ फ़ूड सेक्यूरिटी बिल की बात की जाती है तो दूसरी तरफ़ मुल्क की अवाम महंगाई के बोझ तले दबे जा रही ही जिस की वजह आम आदमी का गुज़र बसर मुश्किल तर होता जा रहा है।

एक तरफ़ तरकारियां और अजनास की क़ीमतें आसमान से बातें कररही हैं तो दूसरी तरफ़ डीज़ल और पेट्रोल की क़ीमतों पर कोई लब कुशाई करने की जुर्रत नहीं कररहा है।

सूरत-ए-हाल इस क़दर क़राब होचुकी हैके सेब जो दो दराज़ रियास्तों से लाया जाता है उसकी क़ीमत बनिसबत ख़ुद हमारी रियासत की पैदावार प्याज़ से कहीं ज़्यादा सस्ती होचुकी है और रियासत आंध्र प्रदेश के हालात दगरगों होते जा रहे हैं।