क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती के ख़िलाफ़ अफ़्ग़ानिस्तान में परतशद्दुद एहतिजाज , 5 हलाक

क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती के ख़िलाफ़ अफ़्ग़ानिस्तान में आज परतशद्दुद एहितजाजी मुज़ाहिरे हुए जिसमें कम अज़ कम पाँच अफ़्ग़ान बाशिंदे हलाक और दर्जनों ज़ख़मी हुए।

पुलिस और एहितजाजी मुज़ाहिरीन के दरमियान तसादुम के दौरान फायरिंग में शहरी हलाक हुए हैं। एहितजाजियों ने अमरीकी फ़िज़ाई पट्टी बिगराम में क़ुरआन मजीद को नज़र-ए-आतिश करने के वाक़िया पर एहितजाजी मुज़ाहरा किया। अफ़्ग़ानिस्तान के दार-उल-हकूमत काबुल और शुमाल , मग़रिब और मशरिक़ी सूबों में भी तशद्दुद भड़क उठा।

ब्रहम अवाम ने सड़कों पर निकल कर अमेरीका मुर्दाबाद के नारे लगाए। संगबारी की और दूकानों और मोटर गाड़ियों को आग लगा दी । इसके साथ साथ पुलिस और फ़ौज एहितजाजियों पर फायरिंग भी कर रही थी । बाअज़ मुक़ामात पर फायरिंग के आवाज़ें भी सुनाई दी।

मशरिक़ी शहर जलालाबाद में तलबा ने सदर अमेरीका बारक ओबामा के पुतले नज़र-ए-आतिश किए जबकि काबुल में अमेरीकी सिफ़ारत ख़ाना को बंद कर देने का ऐलान कर दिया गया। काबुल में सैंकड़ों अफ़राद जलालाबाद रोड पर जमा हो गए।

अमेरीकी फ़ौजी कैंप पर संगबारी शुरू की जहां अमेरीकी सिपाही पहरा दे रहे थे। हुजूम को मुंतशिर करने के लिए फ़िज़ा में फायरिंग की और एहतिजाज के दौरान सड़कों पर टावर जलाए गए जिससे फ़िज़ा में कशेफ़ धुआँ बुलंद हुआ। ए एफ पी फ़ोटोग्राफ़र ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान की सड़कों पर ब्रहम अवाम का एहतिजाज अमेरीका के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त मुज़ाहिरे देखे गए।

क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती पर अवाम में ज़बरदस्त ग़म-ओ-ग़ुस्सा देखा गया है। अफ़्ग़ानिस्तान में मज़हब इस्लाम पर सख़्त पाबंदी से अमल किया जाता है। जब कभी इस्लाम के ख़िलाफ़ गुस्ताख़ी की जाती है तो पर तशद्दुद एहतिजाज भड़क उठता है।

2001 में अमेरीकी ज़ेर क़ियादत जंग के दस साल बाद भी कोई भी अमेरीकी फ़ौज गुस्ताखाना हरकत करती है तो अवाम में ब्रहमी पैदा होती है। अमेरीकी फ़ौज यहां पर हनूज़ अफ़्ग़ान बाशिंदों के हस्सास मिज़ाज को समझ नहीं सकी।

अफ़्ग़ानिस्तान में अमेरीकी कमांडर जनरल जान एलन ने क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती के वाक़िया पर माज़रत ख़्वाही की है और तहकीकात का हुक्म दिया है ।उन्होंने एतराफ़ किया कि क़ुरआन मजीद के बिशमोल बाअज़ मज़हबी किताबों को गैर दानिस्ता तौर पर हासिल किया गया था और उनको बिगराम पट्टी पर रखा गया था ।

उन्होंने तमाम फ़ौज को भी हुक्म दिया था कि वो मज़हबी किताबों का एहतिराम करते हुए उनके तक़द्दुस का ख़्याल रखें। अमेरीकी डीफ़ैंस सेक्रेटरी लियोन पनेटा ने भी माज़रत ख़्वाही की है और कहा कि वो और अमेरीकी कमांडर एलन इस तरह के वाक़ियात की शदीद मुज़म्मत करते हैं और वायदा करते हैं कि ख़ातियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी और आइन्दा उसे वाक़ियात का इआदा ना होने के सख़्त इक़दामात किए जाएंगे।

अफ़्ग़ानिस्तान में कुरान ए पाक की बेहुरमती के ख़िलाफ़ अमेरीका के ख़िलाफ़ मुज़ाहिरों का सिलसिला आज भी जारी है और सिक्योरिटी फ़ोर्सेस की फायरिंग से कई अफ़राद ज़ख्मी हो गए। दूसरी जानिब बम धमाके में नाटो के 3 फ़ौजी मारे गए। नाटो के बिगराम आयरबेस में कुरान ए पाक जलाए जाने के ख़िलाफ़ आज दूसरे रोज़ भी काबुल समेत मुख़्तलिफ़ शहरों में लोग सड़कों पर निकल आए।

काबुल में मुज़ाहिरीन ने शहर के मर्कज़ी हिस्से की तरफ़ मार्च करने की कोशिश की। स्कियोरटी फ़ोर्सेस ने उन्हें रोकने के लिए फायरिंग की जिस से ग्यारह मुज़ाहिरीन ज़ख्मी हो गए। अस्पताल इंतिज़ामीया के मुताबिक़ दो ज़ख्मीयों की हालत नाज़ुक है।

काबुल में अमेरीकी सिफ़ारत ख़ाना भी बंद कर दिया गया है। मशरिक़ी शहर जलालाबाद और मग़रिबी शहर हिरात में भी मुज़ाहिरे किए गए जिसमें लोगों ने अमेरीका और अफ़्ग़ान सदर हामिद करज़ई के ख़िलाफ़ नारे लगाए।दूसरी जानिब इत्तेहादी फ़ौज के ब्यान में कहा गया है कि जुनूबी अफ़्ग़ानिस्तान में सड़क के किनारे बम धमाके से नाटो के तीन फ़ौजी हलाक हो गए।

ब्यान में धमाके के मुक़ाम और हलाक होने वाले फ़ौजीयों की क़ौमीयत नहीं बताई गई।अफ़्ग़ानिस्तान के मशरिक़ी शहर जलालाबाद में भी मुज़ाहरा हुआ है, जहां लोगों ने अमेरीका और अफ़्ग़ान सदर हामिद करज़ई के ख़िलाफ़ नारा बाज़ी की। अफ़्ग़ान मीडीया के मुताबिक़ मुल्क के मग़रिबी शहर हिरात में मुज़ाहिरे हो रहे हैं।