क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात की अवामी समाअत का एहतेमाम

समाजी नाइंसाफ़ीयों को दूर करने के लिए किए जाने वाले इक़दामात के तहत क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात की तरफ से 8 ता 10 अप्रैल हैदराबाद में अवामी समाअत मुक़र्रर है।

इस अवामी समाअत में सदर नशीन क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात जस्टिस वि एश्वर्या सदर नशीन कमीशन के अलावा दुसरे अराकीन मौजूद रहेंगे।

मुसलमानों को क़ौमी सतह पर पसमांदा तबक़ात की फ़हरिस्त में शामिल करने और तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के सिलसिले में होने वाली इस अवामी समाअत में सियासी , समाजी , तंज़ीमें और अवाम ख़ुद अपने तजावीज़-ओ-नुमाइंदगीयाँ पेश करसकते हैं।

क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात की इस सहि रोज़ा अवामी समाअत के दौरान अगर मुस्लिम तंज़ीमें और नुमाइंदे कमीशन से रुजू होते हुए क़ौमी सतह पर पेशे के एतेबार से पसमांदा मुसलमानों को पसमांदा तबक़ात की फ़हरिस्त में शामिल करने के लिए नुमाइंदगी करते हूँ तो एसी सूरत में क़ौमी सतह पर मुसलमानों को तहफ़्फुज़ात हासिल होने के इमकानात रोशन होने की तवक़्क़ो की जा सकती है।

इंदिरा प्रियदर्शनी में 8, 9 और 10 अप्रैल को होरही इस अवामी समाअत के मुताल्लिक़ रुकन क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात शकील अल्ज़मां अंसारी ने बताया कि इस समाअत के दौरान तमाम पसमांदा तबक़ात से नुमाइंदगीयाँ वसूल की जाएंगी और कमीशन की तरफ से मौसूल होने वाली नुमाइंदगियों की बुनियाद पर तबक़ात की फ़हरिस्त में शमूलीयत या इख़राज काफ़ैसला किया जाएगा।

आंध्र प्रदेश रियासती अक़लियती कमीशन सदर नशीन आबिद रसूल ख़ान के अलावा जमई उलमाए हिंद की तरफ से क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात से नुमाइंदगी करते हुए मआशी तौर पर पसमांदा मुस्लिम तबक़ात को पसमांदा तबक़ात की फ़हरिस्त में शामिल करने की नुमाइंदगी किए जाने की तवक़्क़ो है।

रियासत तेलंगाना में मौजूद दुसरे मुस्लिम तंज़ीमों के ज़िम्मे दारान को भी चाहीए कि वो इस सहि रोज़ा अवामी समाअत में शरीक होते हुए अपने दलायल पेश करें ताके उन्हें क़ौमी सतह पर समाजी अदम मुसावात-ओ-नाइंसाफ़ीयों से छुटकारा हासिल होसके।

क़ौमी कमीशन बराए पसमांदा तबक़ात की तरफ से पेशा के एतेबार से 14 ज़मरों को जिन से मुस्लमान वाबस्ता हैं उन्हें पसमांदा तबक़ात की फ़हरिस्त में शमूलीयत के लिए नुमाइंदगीयाँ वसूल की जाएगी।

रियासत आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को 4% तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के लिए जिस तरह तजावीज़ हासिल की गई थीं इसी तर्ज़ पर अब क़ौमी कमीशन की समाअत मुक़िर होने जा रही है।मुस्लिम तंज़ीमें, इदारे-ओ-अंजुमनें 9 और 10 अप्रैल को इंदिरा प्रिय दर्शनी में सुबह 10 बजे से शुरू होने वाली अवामी समाअत में अपना मौक़िफ़ पेश करसकते हैं। 8 अप्रैल को अक्सरीयती तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले तबक़ात के लिए वक़्त मुतय्यन किया गया है लेकिन उस दिन आर्या कटका के साथ क़ुरैश बिरादरी की समाअत भी मुक़र्रर है और क़ुरैश बिरादरी 8 अप्रैल को भी रुजू होते हुए अपना मौक़िफ़ पेश करसकती है।