क़ौम-ओ-मुल्क की तरक़्क़ी तालीम पर मुनहसिर

मयारी तालीम ही कामयाबी की किलीद है। सलाहीयतों के बगै़र अस्नाद की कोई हैसियत नहीं हुई। टरीबल आई टी के तलबा डॉ ए पी जे अबदुलकलाम को अपना आईडीयल बनाएं। इन ख़्यालात का इज़हार चन्द्रकुमार जस्टिस हाईकोर्ट ने टरीबल आई की तलबा से ख़िताब करते हुए कहा कि जस्टिस चन्द्रकुमार बासिर सूती मंदिर दर्शन के लिए आए हुए थे दर्शन से फ़राग़त के बाद ट्रीप्पल आई टी का दौरा किए। पुलिस ने उन्हें पुरतपाक अंदाज़ में सलामी दी।

जस्टिस चन्द्रकुमार ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि क़ौम ओ‍ मुल्क की तरक़्क़ी तालीमी तरक़्क़ी पर मुनहसिर है। जिस के बगै़र तरक़्क़ी के ख़ाब महिज़ सैराब हैं और ये हक़ीक़त है के सैराब एक धोका है जिस से कुछ हासिल नहीं होता।

उन्होंने असातिज़ा को मुख़ातब होकर कहा कि असातिज़ा तलबा‍ की सलाहीयतों को उजागर करने में अपनी तमाम तर सलाहीयतों को झोंक दें। तलबा ना मुकम्मिल होता है जब इस पर असातिज़ा की ख़ुसूसी मेहनतें होती हैं तो यही तलबा पुख़्ता और कारआमद बन कर उभरता है।

जस्टिस चन्द्रकुमार ने कहा कि उस्ताद का कमाल ये हैके वो अपनी सलाहीयतों को तलबा में मुंतक़िल करें। असर-ए-हाज़िर में हर मैदान में मुसाबक़त का सामना है जहां हर सलाहीयतों ही से नसब उल-ऐन को हासिल किया जा सकता है।

इस मौके पर श्रीनिवास जज सिविल कोर्ट भैंसा , ए नायडू डायरेक्टर टरीबल आई टी बासिर के अलावा बासिर एस आई नागराज मौजूद थे । बादअज़ां जस्टिस चन्द्रकुमार ने मोरम मंडल पहूंच कर स्कूल का मुआइना क्या। इस मौके पर लोकेश्वर तहसीलदार सरवती , सुभाष हेडमास्टर शामसुंदर सरपंच सदर नशीन मंडल परिषद अकीशोरम लक्ष्मी सागर मौजूद थे।