करीमनगर में अबदुर्रक़ीब हामिद लतीफी और दीगर का ख़िताब
नाज़िम इलाक़ा जमात-ए-इस्लामी अबदुर्रक़ीब हामिद लतीफी ने मुस्लिम नौजवानों को समाज की तामीर और तशकील नौ में क़ाइदाना रोल अदा करने की तलक़ीन की। एस आई ओ करीमनगर यूनिट के ज़ेर-ए-एहतिमाम मुनाक़िदा ख़िताब आम क़ुरआन की ताबीर बनू, समाज की तामीर करो उनवान पर अपने ख़िताब में अबदुर्रक़ीब हामिद लतीफी ने कहा कि किसी भी क़ौम की तबदीली का राज़ इस के नौजवानों के अख़लाक़-ओ-किरदार में छिपा हुआ है।
अगर किसी क़ौम का मुस्तक़बिल देखना हो तो उस क़ौम के नौजवानों की मौजूदा सूरत-ए-हाल देखी जाये। मुकर्रम पूरा एम एम टारस सर्कल के रूबरू मुनाक़िदा इस ख़िताब में शरीक नौजवानों को उन्होंने नसीहत की कि वो अपने आप को जानें और अपने मक़सद को पहचानते हुए अल्लाह के अहकामात पर अमल पैरा होजाएं और समाज की तामीर में हिस्सा लें।
उन्होंने नौजवानों पर ज़ोर दिया कि फ़ैशन परस्ती, फुज़ूलखर्ची, वक़्त गुज़ारी जैसे कामों से प्रहेज़ करें और मिसाली नौजवान बनने के लिए क़ुरआन-ओ-सीरत का मुताला करें और इस पर अमल पैरा होकर समाज की तामीर करें। मौलाना अतीकुद्दीन सफ़ी सदर मुदर्रिस जामिआ अलसफा वरनगल ने अपने ख़िताब में फ़िक्र आख़िरत पर ज़ोर दिया।
उन्होंने मुस्लिम भाई और बहनों को तलक़ीन की कि वो अपने आमाल दरुस्त करें और क़ुरआन-ओ-हदीस की रोशनी में ज़िंदगी गुज़ारें। तआरुफ़ी कलिमात बिरादर अबदुलरफ़ा ने अदा किए। निज़ामत बिरादर अबदुलबाक़ी लतीफी ने अंजाम दी। बिरादर हाफ़िज़ महमूद लतीफी की तिलावत से प्रोग्राम का आग़ाज़ हुआ, अबूबकर ने इन्क़िलाबी तराना सुनाया।
इस मौके पर नाज़िम ज़िला जमात-ए-इस्लामी अबदुलहई शुऐब लतीफी, एस आई ओ रीजनल परीसीडनट बिरादर अबदुलसमी, अमीर मुक़ामी मुहम्मद ख़ैरुद्दीन, सदर मुक़ामी एस आई ओ आमिर अहमद ख़ां, मुआविन अमीर मुक़ामी मुहम्मद नईमुद्दीन, अबदुलफ़ताह लतीफी मौजूद थे।