क़ौम की तालीम में मुल़्क की तरक़्क़ी मुज़म्मिर

ज़िला परिषद हाई स्कूल इस्लाम पूरा (उर्दू मीडियम) मरयाल गौड़ा में दसवीं जमात के तलबा की विदाई तक़रीब मुनाक़िद की गई जिस में मेहमान ख़ुसूसी की हैसियत से मौलाना मुही उद्दीन मख़दूम (नाज़िम मदर्सा मिफ़्ताह अल फ़लाह) के इलावा मुहम्मद अबदुल ग़फ़ूर ज़िला मैनेजर जान डायरेक्टर, राजा रेड्डी जान डायरेक्टर ने शिरकत की।

इस तक़रीब की सदारत मुहम्मद अबदुल जलील हेडमास्टर मदर्सा हज़ा ने की। इस मौक़ा पर दसवीं जमात के 29 तलबा में इग्ज़ाम पैड, पेन और पैंसिल की तक़सीम मेहमान ख़ुसूसी मुहम्मद अबदुल ग़फ़ूर व राजा रेड्डी के हाथों अमल में आई। इस मौक़ा पर तलबा को नसीहत करते हुए मैनेजर मुहम्मद अबदुल ग़फ़ूर ने कहा कि वो तालीम को हासिल करने का शौक़-ओ-ज़ौक़ अपने दिल में पैदा करें।

तालीम को डर से हासिल करने के बजाय शौक़ से हासिल करें ताकि आप का मुस्तक़बिल रोशन हो सके। इस मौक़ा पर उन्हों ने ऐलान किया कि दसवीं जमात में आला दर्जा से कामयाब दो तलबा-ए-को आला तालीम हासिल करने में पूरी तरह माली इम्दाद फ़राहम करेंगे। मौलाना मुहम्मद मुही उद्दीन मख़दूम के हाथों दसवीं जमात के तलबा-ए-में हाल टिक्टस की तक़सीम-ए-अमल में आई इस मौक़ा पर मौलाना ने ख़िताब करते हुए कहा कि इल्म के हासिल करने को इस्लाम ने फ़र्ज़ क़रार दिया है।

जिस मुल़्क की क़ौम तालीम‍ ए‍ याफ्ता होगी वो मुल्क तरक़्क़ी के मनाज़िल तय करेगा। उन्होंने तलबा को मश्वरा दिया कि वो अपनी पहचान को इल्म से मुंसलिक कर लें उर्दू ज़रीया तालीम की एहमीयत को बताते हुए उन्हों ने कहा कि क़ुरआन, अहादीस और सीरतुनन्नबी ( स्०अ०व्०) और सीरतुस सहाबा ( रजी०) और फ़िक़्ह का बहुत बड़ा ज़ख़ीरा उर्दू ज़बान में मौजूद है। जिस से उर्दू मीडियम के तलबा-ए-मुस्तफ़ीद हो सकते हैं। उन्होंने तलबा को मश्वरा दिया कि वो इम्तेहान गाह में पूरे सब्र-ओ-सुकून के साथ जवाबी पर्चा को हल करें और आला निशानात से कामयाब होकर अपने वालदैन और असातिज़ा का नाम रोशन करें।

इबतदा में हेडमास्टर मुहम्मद अबदुल जलील ने मेहमानों का ख़ैर मुक़द्दम किया। और तलबा को अपने मुफ़ीद मश्वरों से नवाज़ा और उन के लिए अपनी नेक तमन्नाओं का इज़हार किया इस मौक़ा पर सैयद नामिर उद्दीन रहनुमाँए दक्कन ग़ौस मुही उद्दीन और अहमद फ़सीह उद्दीन ने भी मुख़ातिब किया। मौलाना मुहम्मद मुही उद्दीन मख़दूम की दुआ पर तक़रीब का इख़तेताम अमल में आया।

वाज़िह रहे कि गुज़श्ता साल मदर्सा हज़ा की कामयाबी का फ़ीसद 86 रहा। 34 के मिनजुमला 5 तालिबात ने 500 से ज़्यादा निशानात हासिल किए और 10 तलबा ने 400 से ज़्यादा निशानात हासिल करते हुए जेड पी टी सी इस्लाम पूरा की तारीख़ में रिकार्ड क़ायम किया। इस मौक़ा पर स्कूल के असातिज़ा मुहम्मद मुक़ीत अल्लाह, आमना बेगम, सफूरा फ़ातिमा, अतीया तबस्सुम, इशरत फ़ातिमा के इलावा सय्यद इबराहीम आरिफ़ (सियासत) सय्यदना मीर उद्दीन (रहनुमाए दक्कन) मुहम्मद असलम (वार्ता) मुहम्मद अयूब (प्रजा शक्ति) ख़्वाजा हमीद मौजूद थें |