क़ज़ाफ़ी की आज नामालूम मुक़ाम पर खु़फ़ीया तदफ़ीन मुम्किन

लीबिया 25 अक्टूबर ( ए पी) मिस्रता की फ़ौजी कौंसल के एक तर्जुमान ने कहा कि उसे तवक़्क़ो है कि साबिक़ क़ाइद लीबिया कर्नल मुअम्मर क़ज़ाफ़ी और उन के मक़्तूल फ़र्ज़ंद मोतसिम क़ज़ाफ़ी की नाशों की आज तदफ़ीन अमल में आएगी।

इबराहीम बैत-उल-माल ने एसोसीएटीड प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि इन्क़िलाबी अफ़्वाज नहीं चाहती कि इन की क़बर को दरगाह बना दिया जाय । इस लिए उन की तदफ़ीन के मुक़ाम और क़ब्र की निशानदेही नहीं की जाएगी ।

लेकिन ये बात 90 फ़ीसद यक़ीनी है कि क़ज़ाफ़ी और उन के मक़्तूल फ़र्ज़ंद को कल पोशीदा तौर पर नामालूम मुक़ाम पर दफ़न करदिया जाएगा । दरीं असना उबूरी हुकूमत के सरबराह मुस्तफा अबदुलजलील ने आज ये नई मंतिक़ पेश करते हुए कहा कि कर्नल क़ज़ाफ़ी को इमकान है कि इन के अपने हामीयों ने क़तल कर दिया है ताकि उन्हें माज़ी के स्याह कारनामों में मुलव्वस ना किया जा सके ।

जो उन्होंने अपने दौर-ए-हकूमत में अंजाम दिए थे । मुस्तफ़ा अबदुलजलील ने कहा कि क़ज़ाफ़ी पर मुक़द्दमा चलाने से किस शख़्स को दिलचस्पी नहीं थी । लीबिया के अवाम चाहते थे कि इन के स्याह कारनामों के जुर्म में उन पर मुक़द्दमा चलाया जाय ।

सज़ाए क़ैद या सज़ाए मौत दी जाय आज़ाद लीबीयाई शहरी चाहते थे कि क़ज़ाफ़ी को तवील मुद्दत तक क़ैद में रखते हुए मुम्किना हद तक उन की आज़म तरीन तहक़ीक़ की जाईजू लोग उन को हलाक करना चाहते थे ग़ालिबन वही लोग थे जो माज़ी में उन के वफ़ादार थे या उन के दौर-ए-हकूमत में उन के कारनामों में शरीक थे ।

वो नहीं चाहते थे कि इन की ज़िंदगी के नतीजा में इन सब के नामों और कारनामों का इन्किशाफ़ हो जाए । अमरीका बर्तानिया और बैन-उल-अक़वामी हुक़ूक़ तंज़ीमों ने मुतालिबा किया है कि इस बात की तहक़ीक़ात की जाय कि क़ज़ाफ़ी को डरेंज के पाइप से खींच कर बाहर निकालने के बाद उन्हें ज़ख़मी और हलाक करने में इन्क़िलाबी फ़ौजी मुलव्वस थे या फिर क़ज़ाफ़ी के हामीयों ने ही उन्हें हलाक किया था ।