ख़लीजी नौजवानों की कान्फ्रेंस जिस की तवज्जा का मर्कज़ ख़लीजी तआवुन कौंसल को तआवुन पर मबनी एक इत्तेहाद से एक सरगर्म तंज़ीम में तब्दील करने के लिए इसमें इंकलाबी तब्दीलियां पैदा करना था, कई तज्वीज़ें पेश करने के साथ इख्तेताम पज़ीर हो गई।
कसीर तादाद में रुकन ममालिक के नौजवान क़ाइदीन , मुहक़्क़िक़ीन और माहिरीन ने कान्फ्रेंस में शिरकत की । इस मौक़ा पर
कान्फ्रेंस ने तजवीज़ पेश की कि ख़ादिम हरमीन शरीफ़ैन मुल्क अबदुल्लाह की ख़लीजी तआवुन कौंसल में इंक़लाबी तब्दीलियां पैदा करने की अपील पर अमल आवरी की जाए।
कांफ्रेंस में मुस्तहकम मंसूबों का मुतालिबा किया गया जिन के तहत तालीमी और साईंसी ज़रूरियात की तकमील की जाए, जिन के ज़रीया मुलाज़मतों का तीक़न ( यकीन) दिया जा सके। कान्फ्रेंस के एक मुंतज़िम ने कहा कि कान्फ्रेंस की सिफ़ारिशात का मक़सद कौंसल को बाहमी तआवुन की तंज़ीम से तब्दील कर के एक ताक़तवर दिफ़ाई तंज़ीम में तब्दील कर देना है ताकि बैरूनी खतरों से निमटा
जा सके ।
कान्फ्रेंस में शरीक अफ़राद ने इत्तेहाद की अहमियत पर ज़ोर दिया ताकि ख़लीजी ममालिक मुत्तहिद होकर इलाक़ाई और बैन अल-अक़वामी सतह पर एक मुक़ाम और ताक़त हासिल कर सकें।
बैन अल-अक़वामी फोर्मस में इन की सौदेबाज़ी की सलाहियत बेहतर हो सके।