ख़वातीन के लिए बैंक से समाजी सुधार ना होगा : जे एस वर्मा

अलीगढ़, 2 मार्च (पी टी आई) साबिक़ चीफ़ जस्टिस आफ़ इंडिया जे एस वर्मा जिन्होंने ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम पर क़वानीन का जायज़ा लेने वाले प्यानल की क़ियादत की, उन्होंने आज कहा कि बेमानी समाजी तबदीली के बगै़र ख़वातीन के लिए मुजव्वज़ा स्पैशल बैंक जैसे इक़दामात इस मुल्क में जिन्स के साथ इंसाफ़ के हुसूल की तलाश में महज़ अलामती इक़दाम है।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी में तीसरा सालाना के पी सिंह मैमोरियल लैक्चर देते हुए जस्टिस वर्मा ने वज़ीर फ़ीनानस पी चिदम़्बरम की जानिब से जुमेरात को अपनी बजट तक़रीर के दौरान वुमन बैंक क़ायम करने की तजवीज़ से मुताल्लिक़ ऐलान का तज़किरा किया और कहा कि इस तरह के अलामती कामों से कुछ नहीं होगा अगर इस के साथ साथ हुकूमत और मजमूई तौर पर सियोल सोसाइटी दोनों जगह ज़हनीयत में मुकम्मल तबदीली ना होती हो।

साबिक़ चीफ़ जस्टिस ने इस तीन रुकनी प्यानल की क़ियादत की जिस ने 16 दिसम्बर को पेश आए दिल्ली गैंग रेप के तनाज़ुर में जिस पर ज़बरदस्त एहतिजाज छिड़ गए थे, ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम के बारे में क़वानीन का जायज़ा लिया।