ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम रोकने ख़ुसूसी तवज्जा दरकार

नई दिल्ली, 13 फरवरी: सदमा अंगेज़ दिल्ली इजतिमाई इस्मतरेज़ि वाक़िया के पस-ए-मंज़र में वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज यहां गवर्नर्स कान्फ्रेंस से ख़िताब में कहा कि रियासतों को चाहीए कि पुलिस फ़ोर्सेस को हस्सास बनाए ताकि ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम से निमटने में वो ख़ास तवज्जा का मुज़ाहिरा कर सकें।

वज़ीर-ए-आज़म ने समाज के कमज़ोर तबक़ात बिशमोल ख़वातीन, एससी एस टी, अक़लीयतों और बच्चों के ख़िलाफ़ जराइम से निपटने में ख़ुसूसी तवज्जा का मुज़ाहिरा करने के तईं पुलिस फ़ोर्सेस को हस्सास बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।

डाक्टर सिंह ने कहा कि हमारी पुलिस फ़ोर्सेस में मज़ीद ख़वातीन को शामिल करने की ज़रूरत है। मेरी गवर्नरों से अपील है कि इस सिम्त में अपनी रियासती हुकूमतों की रहनुमाई करें।ये निशानदेही करते हुए कि यहां 16 दिसंबर के होलनाक गैंग रेप वाक़िया ने मुल्क के मजमूई ज़मीर को झिंझोड़ दिया, वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि हुकूमत ने जस्टिस जे एस वर्मा कमेटी की सिफ़ारिशात पर फ़ौरी अमल आवरी की।