ख़वातीन ख़ुद को बाइख़तियार बनाएँ:मोदी

नई दिल्ली 07 मार्च: ख़वातीन को चाहीए कि वो अवामी नुमाइंदा की हैसियत से टेक्नालोजी की सतह पर ख़ुद को बाइख़तियार बनाएँ क्युं कि सिर्फ निज़ाम में तबदीली लाना काफ़ी नहीं होगा।

वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने ये बात कही लेकिन ख़वातीन रिजर्वेशन बिल के बारे में ख़ामोशी इख़तियार की हालाँकि सदर जमहूरीया और नायब सदर ने इस बिल की भरपूर ताईद की थी। वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि सिर्फ निज़ाम में तबदीली काफ़ी नहीं होगी। मुक़र्ररा तरीका-ए-कार में चंद तबदीलीयां तो होती रहती हैं लेकिन ख़वातीन को चाहीए कि वो टेक्नालोजी की सतह पर ख़ुद को बाइख़तियार बनाएँ और असर क़ायम करें। ख़ातून अरकान मुक़न्निना की क़दमी कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने काह कि बहैसीयत अवामी नुमाइंदा ख़वातीन अपनी अवामी इमेज को फ़रोग़ देने की कोशिश करें।

एक मर्तबा एसा हो जाएगी तो फिर लोग आपके नज़रियात को क़बूल करने आमादा होंगे और आपकी शख़्सियत असर क़ायम करेगी। उन्होंने कहा कि हमें ख़वातीन की तरक़्क़ी से आगे सूचना चाहीए और ख़वातीन की ज़ेर-ए-क़ियादत तरक़्क़ी की सिम्त आगे बढ़ना चाहीए । सदर जमहूरीया परनब मुख‌र्जी ने इस कांफ्रेंस का इफ़्तेताह करते हुए मुंख़बा इदारों में ख़वातीन को 33 फ़ीसद रिजर्वेशन की ताईद की थी।

उन्होंने कहा कि ये इंतेहाई अफ़सोसनाक हक़ीक़त हैके मुल्क में अब तक ख़ातून अरकान की तादाद पार्लियामेंट की मजमूई तादाद के 12 फ़ीसद नहीं हुई। नायब सदर जमहूरीया हामिद अंसारी ने भी सियासी जमातों से ख़ाहिश की थी कि वो क़ानून की मंज़ूरी तक रज़ाकाराना तौर पर चुनाव में ख़वातीन को ज़्यादा से ज़्यादा नुमाइंदगी दें लेकिन वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने आज तक़रीर में ख़वातीन रिजर्वेशन बिल का कोई ज़िक्र नहीं किया और दुसरे उमोर पर तवज्जा दी।