नई दिल्ली
नरेंद्र मोदी हुकूमत पार्लियामेंट के जारिया सैशन में ख़वातीन तहफ़्फुज़ात बिल को पेश नहीं करेगी। हुकूमत ने लोक सभा में ख़वातीन केलिए 33फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने केलिए बिल का मुकम्मल जायज़ा लेगी। आइन्दा 15सालों केलिए लोक सभा और रियासती असेम्बलीयों में 33फ़ीसद तहफ़्फुज़ात देने पर सहूलत दी गई है।
मुस्तक़बिल क़रीब में ये बिल पेश नहीं किया जाएगा। वज़ीर-ए-क़ानून डी ई सदानंद गौड़ ने लोक सभा को बताया कि हुकूमत ख़वातीन को एक तिहाई नशिस्तें देने केलिए तैयार है लेकिन इस केलिए तफ़सीली ग़ोर ख़ोस किया जाएगा।
ये मसला एहतियात से काम लेने का है। उन से पूछा गया कि आया हुकूमत बिल को दुबारा पेश करने की तजवीज़ रखती है क्योंकि 15वीं लोक सभा को तहलील करने देने के बाइस बिल पेश नहीं किया जा सका था।
उन्होंने कहा कि क़ानून के मुताबिक़ लोक सभा में ज़ेर-ए-इलतिवा कोई भी बिल रोका जाता है तो उसे राज्य सभा में पेश किया जाता है।