ख़वातीन पर मज़ालिम के तदारुक केलिए सख़्त क़वानीन का मुतालिबा

हैदराबाद । 1 नवमबर । (सियासत न्यूज़ ) आंधरा प्रदेश महेला समाखया ने ख़वातीन बिलख़सूस कॉलिज तालिबात के साथ मज़ालिम के पेश आने वाले वाक़ियात की सख़्त मुज़म्मत की और उन वाक़ियात में मुलव्विस पाए जाने वाले अफ़राद के ख़िलाफ़ सख़्त तरीन क़ानूनी कार्रवाई करने का हुकूमत से पुरज़ोर मुतालिबा किया ताकि दीगर को इसतरह के वाक़ियात में मुलव्विस होने की हिम्मत ना होसके।

समाखया की (12) वीं सालाना कान्फ़्रैंस में मंज़ूर की गई क़रारदादों से अख़बारी नुमाइंदों को वाक़िफ़ करवाते हुए श्रीमती ए वनजा सदर , इन ज्योति कारगुज़ार सदर , और के अरूना जनरल सैक्रेटरी आंधरा प्रदेश महिला समाखया ने मज़कूरा इज़हार-ए-ख़्याल किया और बताया कि इस सालाना कान्फ़्रैंस ने ख़वातीन के हालात , ख़वातीन की सेहत का तहफ़्फ़ुज़ , समाजी तहफ़्फ़ुज़ और माँ बच्चों की अम्वात के वाक़ियात पर तफ़सीली ग़ौर-ओ-ख़ौज़ करते हुए ख़वातीन के साथ पेश आने वाले वाक़ियात पर अपनी गहिरी तशवीश का इज़हार किया और कहा कि ख़वातीन तहफ़्फुज़ात बिल गुज़श्ता (15) साल से ज़ेर-ए-इलतिवा रखा हुआ है , हर कोई सयासी जमात इस बल की ताईद करने का तीक़न देती है लेकिन कोई भी सयासी जमात इस बल की पीशकशी से अपनी ख़ुसूसी दिलचस्पी का इज़हार नहीं करती है।

लिहाज़ा ए पी महिला समाखया ने ख़वातीन को तहफ़्फुज़ात फ़राहम करते हुए फ़िलफ़ौर पार्लीमैंट में बिल पेश करके मंज़ूर करने का मर्कज़ी यू पी ए हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा किया और कहा कि ख़वातीन की हर शोबा में तरक़्क़ी केलिए मुसबत इक़दामात किए जाएं । रियास्ती महिला समाखया क़ाइदीन ने रियास्ती हुकूमत की जानिब से एक रुपया फ़ी केलो चावल स्कीम शुरू करने के ऐलान पर अपनी नाख़ुशी का इज़हार किया और कहा कि एक रुपया फ़ी केलो चावल की फ़राहमी से ख़वातीन को कोई फ़ायदा होने वाला नहीं है क्योंकि दीगर अश्या-ए-ज़रुरीया की क़ीमतें आसमान को छू रही हैं लिहाज़ा अश्या-ए-ज़रुरीया की क़ीमतों में इज़ाफ़ा पर क़ाबू पाने केलिए इक़दामात करने की कोशिश की जानी चाहीए ताकि ग़रीब अफ़राद को एक वक़्त का खाना हासिल होसके ।

हिंद की दफ़ा (326) में भी मुनासिब तौर पर तरमीम करने और ख़वातीन के मसाइल की यकसूई करने का हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा क्या । इन क़ाइदीन ने रियासत बिलख़सूस शहरी इलाक़ों में बढ़ते हुए मग़रिबी कल्चर पर अपनी गहिरी तशवीश का इज़हार किया और इस कल्चर को मज़ीद फ़रोग़ पाने से रोकने केलिए इक़दामात करने का हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा क्या । इस के इलावा टी वी चयानलस पर क़तल वग़ैरा के पेश किए जाने वाले मुनाज़िर को भी रो कदीने केलिए मुनासिब क़ानूनसाज़ी करने का मर्कज़ी-ओ-रियास्ती हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा किया ।