ख़ांगी कंपनीयों और इदारों में हुसूले मुलाज़मत केलिए साफ़्ट एस्क़ल की अहमीयत नुमायां

हैदराबाद 28 नवंबर (सियासत न्यूज़) आज नौजवान नसल को तालीम के हुसूल के साथ ही हुसूल रोज़गार के लिए साफ़्ट एस्क़ल की बड़ी अहमीयत है। आलमी मेयार और तक़ाज़ों को पूरा करने के लिए मौजूदा ज़रूरीयात की तकमील से ही कोई फ़र्द अपने करईर को शानदार बना सकता है। इन ख़्यालात का इज़हार यहां इदारा सियासत के ज़ेर-ए-एहतिमाम मुनाक़िदा साफ़्ट एस्क़ल ट्रेनिंग प्रोग्राम के समीनार को मुख़ातब करते हुए माहिरीन ने किया।

आस्ट्रेलिया से आए मेहमान मिस्टर पीटर ओहीलान स्कालर लंदन यूनीवर्सिटी ने अपने कलीदी लेकचर मैं कहाकि आज दुनिया भर में नौजवानों के टाइलनट को तलाश किया जा रहा है और तालिब-ए-इल्म में छपी सलाहीयतों को उभारने के लिए असर-ए-हाज़िर की ज़रूरीयात को पूरा करना होगा। इस में सब से अहम ज़बान और लब-ओ-लहजा है जिस से अंदाज़ ब्यान और इफ़हाम-ओ-तफ़हीम का सही अंदाज़ा होता है।

उन्हों ने माहौलियात से मुताल्लिक़ ग्लोबल वारमिंग पर सैर हासिल लकचर दिया और मुस्तक़बिल के ख़दशात को पराजकट पर पाओर प्वाईंट के ज़रीया पेश किया और नई नसल को आगाह किया कि वो मुस्तक़बिल के ख़दशात से तहफ़्फुज़ात के लिए ना सिर्फ अपने आप को तैय्यार रखें बल्कि इस के लिए ज़रूरी इक़दामात करें और इस ज़िमन में जो तैय्यारी होरही है इस में अपना भरपूर तआवुन और इश्तिराक पेश करें।

महबूब हुसैन जिगर हाल अहाता सियासत आबडस पर मुनाक़िदा इस समीनार की सदारत जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ऐडीटर सियासत ने की और अपने सदारती तक़रीर में कहाकि इदारा सियासत के ज़ेर-ए-एहतिमाम पराईओट सेक्टर्स में हुसूल रोज़गार के लिए जो ज़रूरीयात तलब हैं इन में अंग्रेज़ी बोल चाल और साफ़्ट एस्क़ल को पूरा करने के लिए हर इतवार को फ़्री ट्रेनिंग क्लासेस होती हैं जिस के लिए फ़आल और हरकियाती नौजवान कॉरपोरेट ट्रेनी सय्यद हस्सान उद्दीन अनस की ख़िदमात हासिल की गई हैं। जिस से हज़ारहा नौजवान मुस्तफ़ीद होकर बड़ी बड़ी कंपनीयों में रोज़गार से वाबस्ता होचुके हैं।

बैरूनी ममालिक से तशरीफ़ लाए मेहमानों का इदारा सियासत की जानिब से ख़ौरमक़दम करते हुए जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने कहाकि सियासत एक अख़बार ही नहीं है बल्कि कई अवामी फ़लाही प्रोग्राम्स रूबा अमल लारहा है। इस की तफ़सीलात पेश कीं। बर्तानिया (योकि) के ए बी एसबी स्कूल के प्रोफ़ैसर डाक्टर अपारना मुकर्जी ने इस मौक़ा पर इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए तलबा पर ज़ोर दिया कि वो अपने मज़मून में महारत पैदा करें। चूँकि ज़िंदगी के हर शोबा में माहिर (परफ़कट) को ही तर्जीह दी जाती है। इस मौक़ा पर सय्यद हस्सान उद्दीन अनस ने अपने परासर अंग्रेज़ी लब-ओ-लहजा के साथ साफ़्ट एस्क़ल के मुख़्तलिफ़ गुर बताते हुए ट्रेनिंग क्लासेस की कारकर्दगी को पेश किया जिस से सैंकड़ों तलबा को मुलाज़मतें हासिल हुईं।

लीडरशिप ऐंड सटीनबल अनोरनमनट के ज़ेर-ए-उनवान मुनाक़िदा इस समीनार को मिस्टर ज़िया उल-हक़ हुसाम उद्दीन, मिस्टर वजीहा ख़ान, साजिद मरचैंट हैड विजय ग्रुप ऐच आर डी ने मुख़ातब किया। रोनालड जीन्स ने तालीमी उमोर पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए मुख़्तलिफ़ प्रोफ़ैशनल कॉलिजस के ज़िम्मा दारान, सरबराहान के साथ बाहमी इश्तिराक MOU के उसूल बताएं। इस मौक़ा पर मुख़्तलिफ़ प्रोफ़ैशनल कॉलिजस के ज़िम्मा दारान जिन में अहमद उद्दीन शाहजहां ग्रुप आफ़ कॉलिजस, ग़ौस उद्दीन आज़ाद कॉलिजस, शादां ग्रुप आफ़ कॉलिजस और दीगर मुस्लिम मीनारीटी कॉलिजस के ज़िम्मा दारान मौजूद थे जिन्हों ने बैरूनी ममालिक के दौरा से अपने कॉलिजस के MOU के मुताल्लिक़ तबादला-ए-ख़्याल किया।

प्रोग्राम के इनइक़ाद में एम ए हमीद करईर कौंसिलर, ताहिर फ़राज़, एम ए लतीफ़ आतिर ने मुआवनत की। मिर्ज़ा हामिद बेग ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिये। आख़िर में एम ए मुक़ीत ने शुक्रिया अदा किया। इस मालूमाती समीनार मैं तलबा-ए-ओ- तालिबात की कसीर तादाद ने शिरकत की।