क़ौमी कमीशन बराए ख़वातीन ने बी जे पी तर्जुमान मीनाक्षी लेखी से ख़ातून जर्नलिस्ट की उर्फ़ीयत टोइटर पर मुनकशिफ़ करने पर वज़ाहत तल्ब की। इस ख़ातून ने तहलका ऐडीटर तरूण तेजपाल पर जिन्सी हमले का इल्ज़ाम आइद किया है।
कमीशन की रुकन समीना शफ़ीक़ ने कहा कि इस मुतास्सिरा ख़ातून जर्नलिस्ट की उर्फ़ीयत का इन्किशाफ़ एक संगीन ग़लती है। उन्हों ने कहा कि मीनाक्षी लेखी ज़िम्मेदार लीडर हैं और उनकी तरफ़ से इस तरह की ग़लती बिलकुल्लिया नामुनासिब है। उन्होंने कहा कि कमीशन ने लेखी को अंदरून 25 घंटे जवाब देने की हिदायत दी है।
ऐसे मामलात में मुतास्सिरीन की शनाख़्त का इन्किशाफ़ ताअज़ीरात-ए-हिंद की दफ़ा 228A के तहत मुस्तौजिब सज़ा है। उन्होंने कहा कि लेखी के ख़िलाफ़ इस क़ानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। समीना शफ़ीक़ ने मज़ीद कहा कि सियासी क़ाइदीन की इस तरह की हरकतें गै़रज़रूरी और ग़ैर ज़िम्मेदाराना हैं क्योंकि मुल्ज़िम तरूण तेजपाल तहक़ीक़ात में पुलिस से तआवुन कर रहे हैं।