मुंबई: एक अदालत ने 35 साला कॉरपोरेट वकील झानवी गडकर की दरख़ास्त ज़मानत मुस्तरद करदी। जिन्होंने हालत नशा में 10 जून को अपनी कार से 2 अफ़राद को कुचल दिया था। मजिस्ट्रेट रचा खेडकर ने दरख़ास्त ज़मानत मुस्तरद करते हुए उनकी अदालती तहवील में 10 जुलाई तक तौसीअ करदी।
झानवी गडकर ने अपने वकील अमीत देसाई के ज़रिया कुर्ला कोर्ट में कहा कि इस केस की तहकीकात मुकम्मल करली गई है लिहाज़ा उन की अदालती तहवील में अब रखने की ज़रूरत नहीं है। देसाई ने ये इस्तिदलाल पेश किया कि अगर गडकर को जेल में रखा गया तो ये माक़बल मुक़द्दमा सज़ा तसव्वुर की जाएगी। ताहम पब्लिक प्रोसिक्युटर ने दरख़ास्त ज़मानत की मुख़ालिफ़त करते हुए कहा कि उनका जुर्म संगीन नवीत का है और मजिस्ट्रेट ज़मानत मंज़ूर नहीं करसकते।