निज़ामबाद और बोधन के नर्सिंग होम्स पर हुए हमलों के ख़िलाफ़ ज़िला के ख़ानगी डॉक्टर्स की तरफ से ज़िला भर में हड़ताल का सिलसिला जारी है डाक्टरों की तरफ से चलाई जाने वाली हड़ताल चौथे दिन में दाख़िल होगई है।
ख़ानगी दवाख़ाना बंद होने की वजह से सरकारी दवा ख़ानों में मरीज़ों का हुजूम देखा जा रहा है ख़ानगी डॉक्टर्स के ख़िलाफ़ मरीज़ के रिश्तेदारों के हमलों के ख़िलाफ़ चलाई जाने वाली हड़ताल सरकारी डॉक्टर्स की तरफ से भी ताईद का एलान किया गया।
सरकारी दवा ख़ानों में 12 बजे तक आउट पेशंट की तशख़ीस की जा रही है जिस की वजह से मरीज़ों को ज़बरदस्त मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है और मालदार अफ़राद हैदराबाद का रुख़ कररहे हैं तो ग़रीबों को मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है आदिलाबाद के भैंसा से ताल्लुक़ रखने वाली शारजा अपने मरीज़ को भैंसा से निज़ामबाद सरकारी दवाख़ाना लाया लेकिन डॉक्टर्स ना होने की वजह से दिन भर दवाख़ाना में गुज़ारना पड़ा लेकिन इस के बावजूद भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली सरकारी डाक्टर स्याह बयाचस लगाकर डयूटी का बाईकॉट किया और हॉस्पिटल के रूबरू धरना दिया।
हालाँकि के क़वाइद के मुताबिक़ सरकारी डॉक्टर्स को ख़ानगी दवाख़ाना चलाने का कोई इख़तियार नहीं है लेकिन इस के बावजूद भी सरकारी डॉक्टर्स ख़ानगी दवाख़ाना चला रहे हैं जिस की वजह से ख़ानगी डाक्टरों की सरकारी डॉक्टर्स की ताईद की जा रही है निज़ामबाद में 41 प्राइमरी हेल्थ सेंटरस है और इन में मामूली तौर पर तिब्बी सहूलतें फ़राहम की जा रही है और मरीज़ों के साथ किसी किस्म की हमदर्दी ना दिखाते हुए 12 बजे के बाद आउट पेशंट की सहूलतें बंद की जा रही है माहिर डाक्टर की ख़िदमात मरीज़ों को हासिल होना सवाल ही पैदा नहीं होता आम बीमारीयों का ईलाज भी सही तौर पर मयस्सर नहीं होरहा है सरकारी डॉक्टर्स का ये हाल है तो ख़ानगी डॉक्टर्स मनमानी चलाते हुए हद से ज़्यादा फ़ीस वसूल और तरह तरह के मुआइना करते हुए मरीज़ों के साथ मनमानी की जा रही है ज़िला में निज़ामबाद और बोधन में हुए वाक़ियात पर मरीज़ के रिश्तेदारों की तरफ से किए गए हमलों और डाक्टरों की तरफ से की जाने वाली हड़ताल की ज़िला में ज़बरदस्त मुख़ालिफ़त की जा रही है मुलाज़िमीन जय ए सी, ज़िला जय ए सी ने हड़ताल की मुख़ालिफ़त करते हुए टी एन जी औज़ भवन में सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए जय ए सी को कनोनीर गंगाराम, प्रभाकर, किशन और दुसरें ने फ़ौरी हड़ताल से दसतबरदारी इख़तियार करने का मुतालिबा किया डॉक्टर्स की ज़िम्मेदारी निभाने में डॉक्टर्स नाकाम होरहे हैं जिस की वजह से मरीज़ों के रिश्तेदार हमलों पर उतर आरहे हैं।
समाजी ज़िम्मेदारी निभाने में डाक्टर नाकाम हुए हैं क़वाइद के नाम पर मरीज़ों के रिश्तेदारों को हरासाँ करना सरासर ग़लत है डाक्टर मरीज़ों की तरफ से हासिल करदा रक़म की रसीद देने ऑप्रेशन के मरीज़ों के साथ बेहतर सुलूक करने का मुतालिबा किया। ज़िला में जारी सूरते हाल पर ज़िला कलेक्टर को फ़ौरी मदाख़िलत करने मरीज़ों की तरफ से पुरज़ोर अपील की जा रही है