रियासत के ख़ानगी स्कूलों में भी सरकारी कुतुब के ज़रीये दरस-ओ-तदरीस लाज़िमी क़रार देदी गई है। हुकूमत तेलंगाना ने एक इंतेहाई अहम फ़ैसला करते हुए तमाम ख़ानगी इमदादी-ओ-सरकारी स्कूलों को हिदायत जारी की हैके स्कूलों में ख़ानगी पबलीशरस की किताबों और गाईड्स क़तई ना पढ़ाई जाएं।
ख़ानगी कुतुब पढ़ाने वाले तालीमी इदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए उनके उल-हाक़ को ख़त्म कर दिया जाएगा। एम सोमी रेड्डी डिस्ट्रिक्ट एजूकेशनल ऑफीसर हैदराबाद की तरफ से जारी करदा एक अहम सर्कुलर नंबर RC.No.Spl/DEO/2015 के मुताबिक़ हुकूमत ने इस बात की हिदायात जारी की है के ख़ानगी स्कूलों में पहली जमात ता पांचवें जमात भी सिर्फ़ सरकारी दर्सी कुतुब पढ़ाई जाएं और किसी किस्म की कोई इज़ाफ़ी कुतुब का इस्तेमाल ना किया जाये।
इन अहकामात के मुताबिक़ अब ख़ानगी स्कूलों में पढ़ रहे तलबा को स्कूल की तरफ से दी जाने वाली कुतुब ख़रीदना लाज़िमी नहीं रह गया है जो कि स्कूल इंतेज़ामीया की तरफ से वालिदैन पर डाला जाने वाला बहुत बड़ा बोझ बने हुए थे। हुकूमत ने पहली ता आठवीं जमात तक के दर्सी कुतुब को सी सी ई तर्ज़ तरीका-ए-कार पर तैयार करलिया है और उन कुतुब के ज़रीये ही तलबा को तमाम स्कूलों में यकसाँ पढ़ाई यक़ीनी बनानी होगी।
ज़िला एजूकेशनल ऑफीसर की तरफ से जारी करदा सर्कुलर में इस बात की सर अहित की गई है के तमाम ख़ानगी, सरकारी-ओ-इमदादी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को सिर्फ़ सरकारी कुतुब के ज़रीये ही दरस-ओ-तदरीस का अमल करवाया जाना चाहीए।