तेलंगाना मुस्लिम मायनारीटी प्राइवेट स्कूल एसोसीएट निज़ामाबाद के बमूजब 26 मार्च से दसवीं जमात के इम्तेहानात का आग़ाज़ हो रहा है ज़िला भर के 41,615 तलबा इस इम्तेहान में शिरकत करेंगे । उन के लिए 213 इम्तेहानी मराकज़ क़ायम किए गए हैं । तमाम ज़िला के इम्तेहानी मराकज़ एक तरफ़ हैं तो मुस्तक़र निज़ामाबाद के मराकज़ समझ से बालातर हैं । प्राइवेट स्कूल इंतेज़ामीया के दरमयान मुसाबक़तें और आपसी रसा कुशी तलबा के लिए परेशानी का बाइस है तो दूसरी तरफ़ ओहदेदारों के लिए दर्द-ए-सर बना हुआ है । रियासत के किसी भी कारपोरेशन में सिंगल ज़ोन नहीँ है लेकिन 15 फरवरी को पराईवेट स्कूल्स की एक मुस्लिमा तंज़ीम ने डी ई ओ से नुमाइंदगी की कि एक ही ज़ोन में इम्तेहानी मराकज़ रखे जाएं।कुछ अर्सा से इम्तेहानी मराकज़ को तीन ज़ोन्स में तक़सीम किया जा रहा था जो तलबा के लिए सहूलत का बाइस था जारीया साल भी इस पर अमल करने के लिए तलबा तंज़ीमों के इलावा एस टी यू , पी आर टी यू , एस टी एफ़ , टी टी जे ए सी और टी ई पी एस ए , उर्दू टीचर्स एसोसीएसन और दीगर तंज़ीमों ने नुमाइंदगी की थी लेकिन इन तमाम की नुमाइंदगियों को नज़रअंदाज करके एक पराईवेट स्कूल इंतेज़ामीया की तंज़ीम के एक फ़र्द की सिफ़ारिश पर इम्तेहानी मराकज़ को दो ज़ोन्स में तक़सीम करके मनमानी तौर पर रूट मैप में तब्दील करवा रहा है ।जम्बलिंग सिस्टम पर सख़्ती से अमल करने सेल्फ सेंटर ना बनाने के लिए तेलंगाना मुस्लिमा स्कूल्स मैनेजमेंट एसोसीएसन ने हैदराबाद पहुंच कर कमिशनर इम्तेहानात से सिफ़ारिश करते हुए एक ज़ोन के तलबा-ए-को दूसरे ज़ोन में डाल दिया गया । जिस का मुरासला डी ई ओ को रवाना कर दिया । जो इम्तेहानी मराकज़ मार्च 2011 में तीन ज़ोन्स में मुनाक़िद किए गए थे जिसे ट्रास्मा की नुमाइंदगी की वजह से दो ज़ोन्स में तक़सीम करके अब तक के मराकज़ में बेशुमार तब्दीलीयां की गईं। डायरेक्टर सरकारी इम्तेहानात से हासिल होने वाले लीटर का ख़ुलासा ये है कि आप की सिफ़ारिश पर इम्तेहानी मराकज़ तब्दील कर दिए गए अब आप अपने ज़िला में पुर अमन तौर पर इम्तेहान मुनाक़िद करवा लें ।