लखनऊ, 28 मई: (एजेंसी) उत्तर प्रदेश में दहशतगर्दी के नाम पर गिरफ़्तार शूदा बेक़सूर मुस्लिम नौजवानों की रिहाई के लिए जद्द-ओ-जहद करने वाली सैक्यूलर तंज़ीम रिहाई मंच का एहतिजाजी धरना आज छटवें दिन में दाख़िल हो गया जो रियासती पुलिस की तहवील में एक बेक़सूर मुस्लिम शख़्स ख़ालिद मुजाहिद की मौत के ख़िलाफ़ मुनज़्ज़म किया जा रहा है।
रिहाई मंच के ज़िम्मेदारों ने मुतवफ़्फ़ी के अफ़राद ख़ानदान की तरफ़ से पेश करदा एफ़ आई आर्मी मुल्ज़िम बनाए गए 42 पुलिस ज़ाबदारों की फ़िलफ़ौर गिरफ़्तारी और मुअत्तली का मुतालिबा किया। मंच के क़ाइदीन ने आज उन मुस्लिम उल्मा और अकाबिरीन पर भी तन्क़ीद की जिन्होंने गुज़श्ता रोज़ वज़ीर ए आला अखिलेश यादव से मुलाक़ात की थी, जिस के बाद यादव ने मुजाहिद के ख़ानदान को छः लाख रुपय के एक्सग्रेशया देने का ऐलान किया था।
मंच के ज़िम्मेदारों ने इल्ज़ाम आइद किया कि इन उल्मा ने माज़ी में बेक़सूर मुस्लिम नौजवानों की रिहाई के लिए की जाने वाली जद्द-ओ-जहद की ताईद नहीं की थी और अब ख़ालिद मुजाहिद के क़त्ल के ज़िम्मेदारों को सज़ा के साथ मज़लूमों को मुकम्मल इंसाफ़ दिलाने के लिए जारी मंच की तहरीक से वजह हटाने की कोशिश की जा रही है।