ख़िदमत बैंक के ज़रिये ग़रीब ताजरीन को बिलासूदी क़र्ज़

मुहम्मद अशफ़ाक़ हुसैन सदर ख़िदमत मेव चोली एडिड कोआपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड सदसिव्पेट ने शकीब अहमद इंजीनियर रुकन, मुहम्मद मुइजुद्दीन रुकन ख़िदमत बैंक के साथ प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि मुस्लिम तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले छोटे कारोबारी अफ़राद को सूद की लानत से महफ़ूज़ रखने का मंसूबा तर्तीब देते हुए ख़िदमत बैंक के ज़रीये बिला सुदी क़र्ज़ ग़रीब ताजरीन को जारी किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि ख़िदमत सोसाइटी ने अपनी पहली शाख़ शहर संगारेड्डी में क़ायम की जिस के फ़ौरी बाद सदसिव्पेट में अपनी दूसरी शाख़ क़ायम की और दोनों शाख़ें कामयाबी के साथ काम कररही हैं।

सदसिव्पेट ख़िदमत बैंक के आग़ाज़ के साथ ही 200 अफ़राद ने खाता खोला था। अब तक 45 लाख रुपये के मुख़्तलिफ़ कारोबार के लिए ग़रीब ताजरीन बलालहाज़ मज़हब-ओ-मिल्लत क़र्ज़ा जात जारी किए जा चुके हैं और वसूली भी पाबंदी से अमल में लाई जा रही है।

गोल्ड लोन 50 हज़ार तक की हद मुक़र्रर की गई है। सोने की लागत 70 हज़ार रुपये तक होनी चाहीए। छोटे ताजरीन को फी कस 10 हज़ार रुपये के क़र्ज़ा जात ज़मानत पर दिए जाते हैं। ख़िदमत बैंक में 2.50 लाख के फिक्स्ड डिपाज़िटस हैं।

ख़िदमत बैंक में 527 शेयर होल्डर्स हैं। बैंक में रोज़ाना रक़म जमा करने वालों की तादाद 415 है। किराना, साइकिल मैकेनिक और कारोबार के लिए 212 अफ़राद को क़र्ज़ जारी किए गए।

ख़िदमत बैंक की तरफ् से आइन्दा साल तक 10 हज़ार अफ़राद को क़र्ज़ जारी करने का निशाना मुक़र्रर किए जाने का मंसूबा है। बैंक की कारकर्दगी को वुसअत देने के लिए ज़ी असर चुनिंदा अफ़राद से डोनेशन हासिल करने की भी मंज़ूरी मिल चुकी है।

इस साल मौसम ख़रीफ़ में किसानों को बिला सुदी फ़र्टिलाइज़र की सरबराही भी की जाएगी जिस से किसानों को रास्त फ़ायदा होगा। उन्होंने कहा कि बैंक से जारी करदा क़र्ज़ा जात और जमा रक़म की तफ़सीलात ऑनलाइन पर मौजूद है और बैंक के तमाम काम अवाम को सूद की लानत से बचाने के लिए इस्लामी तर्ज़ पर क़र्ज़ जारी किए जा रहे हैं। जिस के बेहतर नताइज हासिल होरहे हैं।