ख़िलवत में 32 करोड़ रुपये लागती मल्टी लेवल पार्किंग का वादा वफ़ा ना हो सका

ख़ज़ाने आमिरा मोती गली ख़िलवत में मल्टी लेवल पार्किंग काम्प्लेक्स की तामीर के सिलसिले में हुकूमत और अवामी नुमाइंदों ने बुलंद बाँग दावे किए। साबिक़ चीफ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने 5 जून 2011 को इस मल्टी लेवल पार्किंग काम्प्लेक्स का संग बुनियाद भी रखा लेकिन अब तक इस मल्टी लेवल पार्किंग काम्प्लेक्स की तामीर ही अमल में नहीं आई जब कि जी एच एम सी ने संग बुनियाद की तख़्ती को भी निकाल दिया है।

अब ये तख़्ती एक स्टोर रुम में रख दी गई है। इस बारे में मुक़ामी अफ़राद की राय जानने की कोशिश की जिस पर इस बात का इन्किशाफ़ हुआ कि अवाम और मुक़ामी दुकानदार और ताजिरीन इस प्रोजेक्ट की अदम तकमील पर ब्रहम हैं क्यों कि इस मल्टी लेवल क्रासिंग की तामीर से इस बात की उम्मीद थी कि चार मीनार, लाड बाज़ार, ख़िलवत और दीगर मुक़ामात पर आने वाले अफ़राद को राहत होगी क्यों कि इस पार्किंग काम्प्लेक्स में 400 मोटर गाड़ियां और 200 मोटर साईकलें पार्क करने की गुंजाइश रखने का एलान किया गया था।

इस ज़िमन में सिर्फ़ संग बुनियाद की तख़्ती की तंसीब अमल में आई थी। इस के इवज़ फ्यूचर एज इन्राड़ स्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को 30 बर्सों तक इस में तामीर किए जाने वाले शॉप्स के किराए हासिल करने का हक़ दिया गया। लेकिन फ़ाइनेन्स डिपार्टमेंट और ए पी अर्बन फ़ाइनेन्स एंड इंडस्ट्रियल इन्रा हस्ट्रक्चर कारपोरेशन ने भी ये कहते हुए प्रोजेक्ट को मंज़ूरी नहीं दी कि उस की लागत बहुत ज़्यादा है अब सवाल ये पैदा होता है कि प्रोजेक्ट को इल्तवा में रखने से किस का नुक़्सान हुआ।