नई दिल्ली, 14 मई: दिल्ली की एक अदालत ने कहा है कि ख़्वातीन से दुश्मनी काफी खतरनाक होती है। वह बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
अदालत ने यह तब्सिरा करते हुए एक खातून के कत्ल की कोशिश के मामले में उसके दोस्त को शक का फायदा देते हुए रिहा कर दिया।
खातून ने इल्ज़ाम लगाया था कि 12 अप्रैल 2012 की रात उसके साबिक आशिक जितेन्द्र ने घर में उस पर जानलेवा हमला किया था। मुल्ज़िम ईस्ट आफ कैलाश का रहने वाला है।
एडिशनल शेसन जज ने कहा कि ऐसा कोई मकसद या बुनियाद नजर नहीं आती है, जिससे मालूम चल सके कि मुल्ज़िम ने खातून पर हमला किया हो। इस इम्कान से इंकार नहीं किया जा सकता कि खातून ने मुल्ज़िम से दुश्मनी निकाले के लिए फंसाया है।