ग़रीब तालिब-ए-इल्म की आला तालीम के लिए फ़ौज की इमदाद

श्रीनगर: एक ग़रीब नौजवान ने जिस के वालिद को अस्करीयत पसंदों ने उसवक़्त हलाक कर दिया था जब वो सिर्फ़ दो माह का था बावक़ार इंडियन इंस्टीटियूट आफ़ टेक्नालोजी के दाख़िला में कामयाबी हासिल करली लेकिन मआशी तंगदस्ती के बाइस दाख़िला लेने का ख़्याल तक़रीबन तर्क कर दिया था क्योंकि 21साला ज़ाहिद अहमद क़ुरैशी से 10हज़ार रुपय काउंसलिंग फ़ीस तलब की गई ताहम फ़ौज ने ये वादा किया है कि इस के तालीमी मसारिफ़ के लिए मुम्किना इमदाद की जाएगी।

एक सीनियर फ़ौजी ओहदेदार ने बताया कि इस होनहार तालिब-ए-इल्म की तालीम-ओ-तर्बीयत के लिए ज़रूरी रक़म फ़राहम की जाएगी ताकि उसकी कामयाबी में ग़ुर्बत रुकावट ना बन सके। ज़ाहिद अहमद क़ुरैशी ज़िला कुपवारा के एक दौर उफ़्तादा गाँव‌ ग्लैंड कलां का मुतवत्तिन है , कश्मीर सोपर के इन 3तलबा-ए-में शामिल है।

आई आई टी में दाख़िले के लिए जे ई एन एडवांस्ड में कामयाबी हासिल की है जबकि सोपर 30प्रोग्राम दरअसल हिन्दुस्तानी फ़ौज ने गुज़िश्ता साल श्रीनगर की चनार कॉर्प्स ने एक मुक़ामी एन जी ओ कॉरपोरेट सोश्यल ऐंड लीडरशिप के तआवुन से शुरू किया था। उन्होंने बताया कि फ़ौज ने तालिब-ए-इल्म से राबिता क़ायम करके मुम्किना इमदाद का तैक़ुन दिया है।