हैदराबाद 25 अप्रैल: शहर हैदराबाद में कुछ दिन पहले तक ख़लीज के उम्र रसीदा अफ़राद की मुक़ामी कम उमर लड़कीयों से शादीयों के लिए दुनिया भर में बदनाम हुआ था,अब मिस्र और सूडान के बूढ़ों का पसंदीदा मुक़ाम बन गया है।
मग़रिबी एशीया और अफ़्रीक़ा के उम्र रसीदा अफ़राद अपनी जिन्सी हवस बुझाने के लिए अब शहर का रुख़ करने लगे हैं। उन की शैतानी ख़ाहिशात का निशाना पुराना शहर के ग़रीब माँ बाप की नौ उम्र बेटियां बिन रही हैं।
एसे शर्मनाक वाक़ियात की एक ताज़ा मिसाल उस वक़्त मंज़रे आम पर आई जब एक लड़की ने घर से फ़रार होकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
लड़की कि तरफ़ से पुलिस को बताई गई तफ़सीलात के मुताबिक़ उसामा इबराहीम मुहम्मद जो सूडान से आया था कुछ रोज़ तक शादी (कॉन्ट्रैक्ट मैरिज) के लिए पुराना शहर की एक दलाल औरत से रुजू होकर एक लाख रुपये दिया और ख़ाहिश की के इस के साथ एक महीना रहने के लिए एक नौजवान लड़की फ़राहम की जाये।
जिस पर दलाल औरत चार नौजवान लड़कीयां लेकर उसामा इबराहीम के होटल रुम पहूँची, सूडानी ने एक लड़की को पसंद करलिया इस के बावजूद एक क़ाज़ी वहां पहूंच गया और निकाह पढ़ा दिया।
इस तरह उसामा के उस लड़की से निकाह की शराइत की तकमील होगई। लड़की ने बूढ़े सूडानी को पसंद नहीं किया था लेकिन ग़रीब माँ बाप चंद रूपियों के लालच में अपनी बेटी को बूढ़े सूडानी के साथ रहने के लिए मजबूर करते रहे थे ।
ताहम लड़की मौक़ा पाकर फ़रार होने में कामयाब होगई और अपने माँ बाप की हिर्स, बूढ़े सूडानी की हवस और दलाल औरत के लालच का उस को शिकार बनाए जाने की शिकायत की।
माँ बाप के हाथों सितम रसीदा उस लड़की की दास्तान सुन कर ख़ुद पुलिस सकता में आगई और फ़ौरन दलाल औरत को गिरफ़्तार किया गया।
इन्सपेक्टर विजय कुमार के मुताबिक़ उस औरत ने कहा कि उसामा इबराहीम ने एक लाख रुपये दिया था जिस के 70,000 रुपये लड़की के माँ बाप को दिए गए थे।
5000 क़ाज़ी ख़्वाजा को 5000 मुतर्जिम को और 20,000 ख़ुद इस ( दलाल औरत ) ने कमीशन के तौर पर लिए थे। ये एक वाक़िया लड़की की हिम्मत कि वाजहे से मंज़रे आम पर आया है लेकिन और भी कई वाक़ियात हैं जो लड़कीयों की ख़ामोशी के सबब मंज़रे ए आम पर नहीं आते और वो ख़ामोशी के साथ बूढ़ों की शैतानी ख़ाहिशात का निशाना बनती हैं और चंद दिन बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है जिस के नतीजे में चंद लड़कीयां ग़लत आदतों का शिकार भी होजाती हैं।
जिन्सी कारोबार के शर्मनाक वाक़ियात से तारीख़ी शहर हैदराबाद का नाम भी मुतास्सिर होसकता है।