इसराईली फ़ौज के ग़ाज़ा पट्टी के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में जारिहाना फ़िज़ाई हमलों में 12 फ़लस्तीनी शहीद और मुतअद्दिद दीगर ज़ख़्मी हो गए हैं। फ़लस्तीनी ज़राए ने बताया हैकि मंगल को ग़ाज़ा शहर में इसराईली तैयारे ने हमले में एक कार को निशाना बनाया है जिस के नतीजे में इस में सवार चार फ़लस्तीनी शहीद हो गए। ग़ाज़ा पट्टी के जुनूबी क़स्बे ख़ान यूनुस में इसराईली तैयारे ने एक मकान को बमबारी करके तबाह कर दिया। मकान में मौजूद 7 अफ़राद शहीद हो गए हैं।
क़ब्ल अज़ीं ग़ाज़ा की एमरजेंसी सर्विसेस ने वस्ती ग़ाज़ा में एक मुहाजिर कैंप के नज़दीक फ़िज़ाई हमले में अशर्फ़ यासीन नामी एक फ़लस्तीनी की शहादत की इत्तिला दी थी। इस के बारे में बताया गया हैकि हम्मास के अस्करी विंग अज़ा उद्दीन अलक़साम ब्रिगेड्स का रुक्न था। इसराईली फ़ौज ग़ाज़ा पट्टी से राकेट हमलों को रोकने के लिए ये जारिहाना कार्रवाई कर रही है और इस ने कहा है कि ये हम्मास के ख़िलाफ़ एक तवील उल मियाद फ़ौजी कार्रवाई भी बन सकती है।
इसराईली फ़ौज ने ग़ाज़ा पर ज़मीनी चढ़ाई की धमकी भी दी है और इस में हिस्सा लेने के लिए 1500 रिज़र्व फ़ौजीयों को तलब कर लिया है। इसराईली फ़ौज ने ग़ाज़ा के ख़िलाफ़ इस जारहीयत को ऑप्रेशन दिफ़ाई किनारा का नाम दिया है। और ट्वीटर पर जारी कर्दा एक बयान में कहा है कि अगर हम्मास राकेट हमले जारी रखती है तो इसराईली शहरीयों का ताक़त से दिफ़ा किया जाएगा और अगर हम्मास से इसराईली शहरीयों को ख़तरा होता है तो फिर वो भी महफ़ूज़ नहीं रहेगी।
सीहूनी वज़ीरे दिफ़ा ने एक बयान में कहा है कि हम हम्मास के ख़िलाफ़ जंग की तैयारी कर रहे हैं और ये चंद एक रोज़ में ख़त्म नहीं होगी। सीहूनी फ़िज़ाईया के जंगी तैयारों की ताज़ा बमबारी के आग़ाज़ के बाद से पूरी ग़ाज़ा पट्टी से मंगल को धमाकों की आवाज़ें सुनाई देती रही हैं और बमबारी का निशाना बनने वाली इमारतों से धुआँ उठ रहा था। रिहायशी इलाक़ों से एम्बूलेंस गाड़ीयों के सायरन बजने और बच्चों के रोने की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं। इसराईली फ़ौज ने पीर और मंगल की दरमयानी शब फ़लस्तीनी इलाक़े में 50 एहदाफ़ को निशाना बनाया है।
हम्मास के अस्करी विंग अज़ा उद्दीन अलक़साम ब्रिगेड्स ने इसराईली जारहीयत के जवाब में भूंचाल बरपा करने की धमकी दी है और उस ने जुनूबी इसराईल की जानिब 80 राकेट फ़ायर किए हैं जिस के बाद इसराईल के साहिली शहर अशदोद में अफ़रातफ़री का आलम देखा गया है और सायरन बजने के बाद गाड़ीयों में सवार इसराईली तेज़ी से रिहायशी इलाक़ों की जानिब जा रहे थे। इसराईल के जुनूबी कस्बों पर फ़लस्तीनी मुज़ाहमती तंज़ीमों ने गुज़िश्ता तीन रोज़ में तक़रीबन 200 राकेट बरसाए हैं।
दरीं असना हम्मास की जानिब से इसराईल को जंग बंदी की पेशकश की इत्तिला भी सामने आई है। हम्मास के एक क़रीबी ज़राए ने बताया है कि इस्लामी तहरीक मुज़ाहमत ने इस जंग बंदी के लिए ये शर्त आइद की है कि इसराईल हर तरह की जारहीयत को बंद करदे। गुज़िश्ता माह मग़रिबी किनारे से गिरफ़्तार किए गए तमाम फ़लस्तीनीयों को रिहा कर दे और मिस्र की सालिसी में 2012 में तए पाए जंग बंदी के समझौते की पासदारी करे।