फ़लस्तीनीयों और बिलख़ुसूस ग़ाज़ा वालों के ख़िलाफ़ इसराईल की जारिहाना रविष बल्कि बरबरीयत गुज़िश्ता 7 जुलाई से तादम तहरीर जारी है और इस दौरान अक़वामे मुत्तहिदा से लेकर लग भग सारी आलमी बिरादरी ने सीहूनी ममलकत को फ़लस्तीनीयों पर मज़ालिम ढाने से रोकने की लफ़्ज़ी कोशिश ज़रूर की लेकिन शायद बिनियामीन नितिनयाहू ज़ेरे क़ियादत इसराईली हुकूमत अपनी फ़ौजी और मआशी ताक़त के ज़ोअम में सारी दुनिया के दबाव के बावजूद अपने जाबिराना हमले जारी रखी हुई है।
इब्तिदा में आलमी ज़राए इबलाग़ की मदद से दुनिया पर यही ज़ाहिर किया गया कि इस मिलिट्री मुहिम से इसराईली मईशियत मुतास्सिर नहीं होगी मगर ख़ुद इसराईली वज़ीरे फ़ाइनेन्स याएर लैपिड ने जारिहाना कार्रवाई की शुरूआत के हफ़्ते अशरे बाद ही मुतनब्बे कर दिया कि इसराईल के ख़िलाफ़ बाईकॉट की बढ़ती मुहिम्मात के मईशियत पर तबाहकुन असरात मुरत्तिब होंगे।
ताज़ा आदादो शुमार के मुताबिक़ इसराईली मईशत को ग़ाज़ा के ख़िलाफ़ जारहीयत के दौरान 950 मिलियन अमरीकी डॉलर का नुक़्सान हो चुका है। जर्मनी के सब से बड़े बैंक डोइशे बैंक के इक़दाम को भी इस पसमंज़र में नुमायां अहमीयत हासिल है जिस ने इसराईली हापोलीम बैंक को नापसंदीदा कंपनी क़रार देते हुए ब्लैकलिस्ट कर दिया क्योंकि ये बैंक मग़रिबी किनारा में गै़र क़ानूनी यहूदी नव आबादियात के लिए फ़ंड्ज़ फ़राहम कर रहा है।
इसराईल के वज़ीरे फ़ाइनेन्स लैपिड ने मुतनब्बे किया कि सारी दुनिया बाशमोल अमरीका में इसराईल के लिए हमदर्दी और तहम्मुल तेज़ी से मफ़्क़ूद हो रहा है। कई फ़ैक्ट्री और फ़ार्म मालिकीन का मुतालिबा है कि इसराईली वज़ारते फ़ाइनेन्स उन नुक़्सानात की पाबजाई करे। ये सूरते हाल नितिनयाहू हुकूमत के ज़वाल का वजह भी बन सकती है।