इसराईल ने आज ख़बरदार किया है कि वो पॉच साल में पहली मर्तबा हम्मास के इक़्तेदार वाली ग़ाज़ा पट्टी में सब से बड़ी ज़मीनी फ़ौजी कार्रवाई कर सकता है। जबकि यहां गुज़िश्ता 11 दिन से जारी इसराईल की वहशियाना बमबारी में अब तक जांबाहक़ होने वाले फ़लस्तीनीयों की तादाद 265 हो गई है। इसराईल का कहना है कि उस के ख़िलाफ़ हम्मास की जानिब से राकेट हमले भी जारी हैं।
इसराईली वज़ीरे आज़म बेनजामिन नितिनयाहू ने अपनी सेक्यूरिटी काबीना के इजलास के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि उन की हिदायत ये है कि ज़मीनी फ़ौजी कार्रवाई को मज़ीद और ज़्यादा वुसअत देने के इमकान की तैयारीयां की जाएं और इसराईली फ़ौज इस के मुताबिक़ कार्रवाई कर रही है। नितिनयाहू ने कहा कि फ़ौज की जानिब से हम्मास के सुरंग नेटवर्क को निशाना बनाया जा रहा है और ये काम सिर्फ़ फ़िज़ाई हमलों से नहीं किया जा सकता।
इसराईल का दावा है कि कल हम्मास के 13 कारकुनों को गिरफ़्तार किया गया था जब वो इसराईल पर हमला करने के लिए एक सुरंग के ज़रीए यहूदी ममलकत में दाख़िला की कोशिश कर रहे थे। इसराईल में सेक्यूरिटी फोर्सेस का कहना है कि छोटी मोटी पहाड़ीयों से हम्मास के ख़तरा को दूर करने के लिए इक़दामात की ज़रूरत है और इसी वजह से ज़मीनी हमलों की तैयारी की जा रही है।
नितिनयाहू ने मज़ीद कहा कि इसराईल ने हम्मास की जानिब से जंग बंदी की तजावीज़ की मुख़ालिफ़त जिस के बाद ही ज़मीनी हमलों का आग़ाज़ किया है। उन्हों ने दावा किया कि इसराईल ने मिस्र और अक़वामे मुत्तहिदा की तजवीज़ के मुताबिक़ जंग बंदी से अताफ़क़ किया था ताहम हम्मास ने दोनों ही सूरतों को क़ुबूल नहीं किया जिस के बाद इसराईल ने अपने फ़िज़ाई हमले शुरू किए हैं।
उन्हों ने कहा कि अगर ये कार्रवाई शुरू नहीं की गई तो इसराईल को उस की भारी क़ीमत अदा करनी पड़ सकती है। नितिनयाहू ने कहा कि इसराईली अफ़्वाज हम्मास और ग़ाज़ा की दूसरी दहश्तगर्द तंज़ीमों के ख़िलाफ़ काम कर रही हैं और उन पर फ़िज़ा से समुंद्र से और अब ज़मीन से हमले किए जा रहे हैं। उन्हों ने कहा कि हमारी ज़मीनी अफ़्वाज ने दहश्तगर्दों की सुरंगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है जो ग़ाज़ा से इसराईल तक फैली हुई हैं।
इसराईल के वज़ीरे दिफ़ा ने भी इस मौक़ा पर ख़िताब किया और कहा कि हम इसराईल की सलामती पर कोई समझौता नहीं करेंगे और जुनूबी हिस्सों पर हम्मास के राकेट हमलों को क़ुबूल नहीं किया जाएगा।