क़ाहिरा से अल अर्बिया के नामा निगार ने अपने मरासले में बताया है मिस्री हुक्काम ने ग़ाज़ा को मिस्र से मिलाने वाली रफ़ाह सरहदी राहदारी खोलने का फ़ैसला किया है ताकि जारी इसराईली जारहीयत के दौरान ज़ख़्मी होने वाले फ़लस्तीनीयों को ईलाज की ग़रज़ से मिस्र मुंतक़िल किया जा सके।
मिस्री सरकारी ख़बररसां इदारे मिडल ईस्ट न्यूज़ एजेंसी “मीना के मुताबिक़ ग़ाज़ा और इसराईल से मुत्तसिल मिस्री इलाक़े शुमाली सेना के तमाम हस्पतालों को तैयार रहने का हुक्म दिया गया है ताकि वहां फ़लस्तीनी शहरीयों का चौबीस घंटे ईलाज मुम्किन बनाया जा सके।
याद रहे रफ़ाह चौराहा ग़ाज़ा का बाहर की दुनिया से वाहिद राबिता है क्यूंकि इस के इलावा बाक़ी तमाम सरहदी राहदारियां इसराईली क़ब्ज़े में हैं जबकि इस के इलावा इसराईली बहरीया ने समुंद्री हदूद में भी तीन बहरी मेल का पहरा लगा रखा है और किसी फ़लस्तीनी कश्ती को इस पहरे से बाहर जाने की इजाज़त नहीं है।