ग़ाज़ा हिफ़्ज़ाने सेहत और इंसानी आफ़त की सिम्त रवां – अक़वामे मुत्तहिदा

कई हफ़्तों की शदीद जंग के बाद ऐसा मालूम होता है कि ग़ाज़ा पट्टी सेहत और इंसानी आफ़त की सिम्त रवां है। तिब्बी ख़िदमात और दवाखाने जो तकरीबन 18 लाख फ़लस्तीनियों की तिब्बी इमदाद करते थे, तबाही के दहाने पर हैं।

अक़वामे मुत्तहिदा के इस इलाक़ा में तैनात एक सीनियनर ओहदेदार के बामूजिब कम अज़ कम 1,676 फ़लस्तीनी जिन में से बेशतर बेक़सूर शहरी हैं, हलाक किए जा चुके हैं और 9 हज़ार अफ़राद ज़ख़्मी हैं।

हम्मास ज़ेरे क़ियादत ग़ाज़ा पट्टी पर 8 जुलाई से इसराईली जारिहाना फ़ौजी कार्रवाई का आग़ाज़ हुआ था। मक़्बूज़ा फ़लस्तीन में तैनात अक़वामे मुत्तहिदा के इंसानी राबिता कार जेम्स राली ने कहा कि हम अब सेहत और इंसानी आफ़त के मुंतज़िर हैं। उन्हों ने कहा कि जंग फ़ौरी बंद होनी चाहीए।

सेहत की आफ़त के बारे में ख़बरदार करने में राली के हमनवा डाइरेक्टर ऑपरेशंस बराए ग़ाज़ा पट्टी अक़वामे मुत्तहिदा राहत रसानी कामों के इदारा ने कहा कि मशरिक़ी इलाक़ा के फ़लस्तीनी पनाह गुज़ीनों के लिए राबर्ट टर्नर आलमी तंज़ीम सेहत के मुक़ामी दफ़्तर के कारगुज़ार सदर हैं।

वो मग़रिबी किनारा और ग़ाज़ा पट्टी में काम करते हैं। दोनों ओहदेदारों ने तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करने वाले तिब्बी अमले और दवा ख़ानों की क़िल्लत पर फ़िक्रमंदी ज़ाहिर की। हंगामी सेहत ख़िदमात तक रसाई इन्हितात पज़ीर है। ग़ाज़ा पट्टी के 18 लाख फ़लस्तीनी बेबस हैं।

इसराईली जारहीयत के तीन हफ़्ते बाद ग़ाज़ा की तिब्बी ख़िदमात और दवाखाने तबाही के दहाने पर हैं। एक तिहाई हॉस्पिटल, 14 इबतिदाई हिफ़्ज़ाने सेहत के दवाखाने और 29 फ़लस्तीनी हिलाल अह्मर और वज़ारते सेहत की एम्बुलेन्स गाड़ियां जंग के दौरान तबाह हो चुकी हैं।

फ़लस्तीनी हलाकतों की तादाद जारीया इसराईली फ़ौजी हमले में जो ग़ाज़ा पट्टी पर किया गया था, 2008-09 की फ़ौजी कार्रवाई से ज़्यादा हो चुकी है, तकरीबन 400 फ़ौजी ज़ख़्मी हो गए हैं, 3 इसराईली शहरी और थाईलैंड का शहरी राकेट और मार्टर हमलों में हलाक हुए हैं।