ग़िज़ाई अजनास की क़ीमतों में इज़ाफ़ा पर परनब मुकर्जी मुतफ़क्किर

नई दिल्ली 22 अक्टूबर ( पी टी आई) क़ीमतों में बेतहाशा इज़ाफे़ पर फ़िक्रमंदी का इज़हार करते हुए वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी ने आज कहा कि हुकूमत को ग़िज़ाई अशीया की सरबराही में हाइल रुकावटों को दूर करना है।

क़ीमतों में इज़ाफे़ की वजह ग़िज़ाई इफ़रात-ए-ज़र में दो हिन्दसी इज़ाफ़ा ही। परनब मुकर्जी ने आर बी आई गवर्नर डी सुबह राओ से यहां मुलाक़ात से क़बल कहा कि मुझे तशवीश है कि ग़िज़ाई इफ़रात-ए-ज़र दो हिन्दसे के निशान को पहुंच गया है।

गुज़शता हफ़्ते ये शरह 10.62 फ़ीसद रिकार्ड की गई। बिलाशुबा दो हफ़्ते क़बल भी ये शरह दो हिन्दसी रही। लेकिन ये शरह अब हद को पार चुकी है। आर बी आई 25 अक्टूबर को दुबारा अपने शरह सूद पर नज़रसानी का फ़ैसला किया ही। इमकान है कि बढ़ती हुई क़ीमतों के पेशे नज़र आर बी आई एक मर्तबा फिर शरह सूद में इज़ाफ़ा करेगा। वज़ीर फ़ीनानस ने कहा कि ग़िज़ाई अजनास की सरबराही में हाइल रुकावटों को दूर करना चाहिए।

ख़ुर्दनी अशीया की क़ीमतों के इलावा आम अशीया के इफ़रात-ए-ज़र में डसमबर 2010-ए-से 9 फ़ीसद शरह दर्ज की गई है।