ग़ैरमुस्लिम लड़की के साथ हिन्दू रस्म के मुताबिक़ शादी नाजायज़

दीनी-ओ-इस्लामी मारूफ़ दरसगाह दार-उल-उलूम देवबंद ने मुस्लिम लड़के और ग़ैरमुस्लिम लड़की के माबैन हिन्दू रसूमात के मुताबिक़ अज़दवाजी ताल्लुक़ को ग़ैर इस्लामी क़रार दिया है और कहा कि इस्लाम में मज़हब तब्दील किए बगै़र इस तरह शादी की गुंजाइश नहीं है।

देवबंद के शोबा दारालाफ्ता से एक सवाल किया गया था कि एक मुस्लिम लड़का किसी ग़ैर मुस्लिम लड़की के दाम मुहब्बत में गिरफ़्तार होने के बाद क्या वो हिन्दू रस्म-ओ-रिवाज के मुताबिक़ शादी कर सकता है? दिनी दरसगाह के जारी कर्दा फ़तवा में कहा गया कि लड़की जब तक इस्लाम कुबूल ना करे , इस तरह की शादी कोई मायना नहीं रखती।

इस्लाम में इस तरह की शादियां नाजायज़ हैं। देवबंद ने कहा कि ग़ैरमुस्लिम के साथ इस तरह की शादी नाजायज़ तसव्वुर की जाएगी। अगर कोई लड़की किसी तरह के दबाव में आए बगै़र अपनी मर्ज़ी-ओ-मंशा से इस्लाम कुबूल करती है तभी निकाह दरुस्त होगा।