आंधरा प्रदेश और मर्कज़ हुकूमत के दरमयान याददाश्त मुफ़ाहमत
हैदराबाद । 26 । अक्टूबर : ( सियासत न्यूज़ ) हुकूमत आंधरा प्रदेश ने मर्कज़ी वज़ारत लेबर ऐंड इम्पलाइमैंट के साथ एक क़रारदाद पर दस्तख़त किए हैं जिस में आंधरा प्रदेश में दूसरी रियास्तों से आए मज़दूरों और उन के बच्चों की तालीम के लिए बेहतर वसाइल और मवाक़े फ़राहम किए जाने की बात कही गई है । हुकूमत के हालिया एक सर्वे के मुताबिक़ बाहर से आए हुए मज़दूरों और मेहनतकशों की अक्सरीयत उड़ीसा के बाअज़ अज़ला से आने वालों की है जिन में 90 फ़ीसद मज़दूर ईंट बनाने के काम और पोल्ट्री फॉर्म्स , ज़राअती कामों , और बंधवा मज़दूरी से वाबस्ता हैं । दसारी सरीनवा सल्लू रियास्ती सैक्रेटरी आफ़ लेबर ऐंड इम्पलाइमैंट ऐंड ट्रेनिंग ने बताया कि 95 हज़ार मज़दूर नक़ले मुक़ाम कर के आंधरा प्रदेश में मज़दूरी से वाबस्ता हैं । इन में अक्सरीयत उड़ीसा से आए हुए मज़दूरों की है । ये लोग ईंट बनाने के काम से वाबस्ता हैं जो आम तौर पर रंगा रेड्डी ज़िला में ईंट बनाने के यूनिट्स क़ायम हैं । मिस्टर सरीनवास ने बताया कि एंटर स्टेट और इंट्रा स्टेट मुहाजिर मज़दूरों के लिए जो ईंट साज़ी के काम से वाबस्ता हैं एक पराजकट की तशकील अमल में लाई जाएगी । इस पराजकट के ज़रीये इन मज़दूरों की तादाद में कमी लाए जाने के तदाबीर पर ग़ौर-ओ-ख़ौस किया जाएगा और उन्हें बंधवा मज़दूरी से रोकने के इक़दामात किए जाऐंगे । इस पराजकट को अमल में लाने के लिए सब से पहले पायलट प्रोग्राम के तहत रंगा रेड्डी ज़िला को मुंतख़ब किया गया है । इस में इन मज़दूरों के लिए बेहतर सहूलयात के साथ काम के मुक़ामात फ़राहम किए जाऐंगे । हुकूमत की स्कीम से उन्हें इस्तिफ़ादा करने का मौक़ा फ़राहम किया जाएगा और सब से अहम बात इस पराजकट की ये है कि इस के तहत बच्चा मज़दूरी पर कंट्रोल करने के इक़दामात किए जाऐंगे । रियास्ती सरोसखशा अभियान के मैनिजिंग डायरैक्टर चंद्रा वाधन ने बताया कि 25 से ज़ाइद वर्क साईट स्कूल खोले जाऐंगे । बच्चों को स्टडी मीटर युलुस फ़राहम किराए जाऐंगे और इस के साथ ही उन्हें दूसरी सहूलतें भी फ़राहम की जाएंगी और ये सहूलयात राइट टू एजूकेशन ऐक्ट के तहत उन्हें मुहय्या कराई जाएंगी ।