ज़किया जाफरी की दरख़ास्त पर मेजिस्ट्रेट का आज फ़ैसला मुतवक़्क़े

मुक़ामी अदालत ज़किया जाफरी की दरख़ास्त पर इमकान है कि कल अपना फ़ैसला सुनाएगी 2002 फ़सादात के सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट की जानिब से मुक़र्रर एस आई टी ने अपनी क़तई रिपोर्ट में चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी और दीगर को मुबय्यना साज़िश के मुआमले में क्लीनचिट दी थी। ज़किया जाफरी ने एस आई टी की इस रिपोर्ट को चैलेंज किया था। उनके और एस आई टी के वुकला की बहस मेट्रोपोलेटियन मेजिस्ट्रेट बी जे गन्तरा के रूबरू तक़रीबन पाँच माह जारी रही।

इस के बाद ज़किया जाफरी के वकील ने 18 सितंबर को अदालत में तहरीरी मतन पेश किया। एस आई टी ने /30 सितंबर को अपना तहरीरी मवाद अदालत में पेश किया इस के बाद मेजिस्ट्रेट गन्तरा ने कहा था कि वो 28 अक्टूबर को अपना फ़ैसला सुनाईंगे।

ज़किया जाफरी के शौहर और साबिक़ कांग्रेस रुक्ने पार्लियामेंट एहसान जाफरी 2002 के फ़सादात के दौरान गुलबर्ग सोसाइटी क़तल-ए-आम के 69 महलूकीन में शामिल हैं। ज़किया जाफरी ने एस आई टी की अपनी क़तई रिपोर्ट में नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट पर एतराज़ करते हुए दरख़ास्त दाख़िल की थी।