ज़राए इबलाग़ के मसाइल ,बहारपुर काटजू की तन्क़ीद

चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा पृथ्वी राज चौहान पर सहाफ़ीयों के मसाइल के सिलसिला में तन्क़ीद करने के बाद सदर नशीन प्रेस कौंसल जस्टिस मार कुण्डिया काटजू ने आज हुकूमत बहार पर इल्ज़ाम आइद किया कि बिहार में सहाफ़ीयों को हरासाँ किया जा रहा है। अगर वो हुकूमत बिहार के ख़िलाफ़ कुछ भी लिखते हैं तो उन्हें हुकूमत की हरासानी का सामना करना पड़ता है।

काटजू ने कहा कि इनको हासिल होने वाली इत्तेलाआत के बमूजब बिहार में ज़राए इबलाग़ की हालत अच्छी नहीं है। चीफ़ मिनिस्टर बिहार नितीश कुमार की हुकूमत ने मुबय्यना तौर पर सहाफ़ीयों के ख़िलाफ़ जो कार्यवाहीयां की हैं, वो दस्तूर की ख़िलाफ़वर्ज़ी के मुतरादिफ़ हैं। एक 3 रुकनी प्रेस कौंसल की टीम जल्द ही रियासत बिहार रवाना की जाएगी ताकि उन इल्ज़ामात के बारे में तहक़ीक़ात कर सके।

काटजू का ये ब्यान पटना यूनीवर्सिटी के सेंट हाल में मुनाक़िदा एक तबादला-ए-ख़्याल इजलास के दौरान मंज़र-ए-आम पर आया। जहां उन्हें पंट्टा कालेज के प्रिंसिपल लाल केशवर प्रसाद के फ़ौरी एहतिजाज का सामना करना पड़ा, जो काटजू के तबसिरा पर ब्रहमी के आलम में इजलास से बाहर चले गए।

उन्होंने एहतेजाज की परवाह किए बगै़र कहा कि वो जो कुछ कह रहे हैं वो किसी को परेशान करने के मक़सद से नहीं है और ना वो किसी से लड़ाई मोल लेना चाहते हैं।