रूस के सदर विलादिमीर पुतीन ने कहा है कि शाम में तैनात बेशतर रूसी फ़ौजी दस्तों के वापसी के बावजूद अगर भी ज़रूरत पड़ी तो रूस के फ़ौजी दस्ते “चंद घंटों के अंदर” दोबारा शाम पहुंचा दिए जाएंगे।
जुमेरात को क्रेमलिन में मुनाक़िद एक तक़रीब से ख़िताब करते हुए रूसी सदर ने कहा कि रूस के कुछ फ़ौजी बदस्तूर शाम में मौजूद रहेंगे जो सदर बशारुल असद की हामी अफ़्वाज को उनकी पेशक़दमी में मदद देने के लिए काफ़ी हैं।
उन्होंने कहा कि वो शाम में जारी तसादुम में इज़ाफ़ा नहीं चाहते और पुर उम्मीद हैं कि शामी हुकूमत और हिज़्बे इख़तिलाफ़ के गिरोह अक़ल इस्तिमाल करेंगे और किसी अमन मुआहिदे पर मुत्तफ़िक़ हो जाएंगे।
क्रेमलिन में होने वाली तक़रीब शाम से लौटने वाले रूसी फ़ौजीयों के एज़ाज़ में मुनाक़िद की गई थी जिसमें 700 से ज़ाइद रूसी फ़ौजी अहलकार और आफ़िसरान शरीक थे। तक़रीब के दौरान सदर पुतीन ने शाम में “उम्दा कारकर्दगी” का मुज़ाहरा करने वाले रूसी फ़ौजीयों को एज़ाज़ात से भी नवाज़ा।