17 दिनों के बाद एक फिर आये ज़लज़ले के झटकों से मुकम्मिल हिन्दुस्तानी बर सगीर हिल गया। नेपाल में 58 लोगों की मौत हो गयी, जबकि बिहार में 40 और यूपी में दो लोगों की जान चली गयी। इस जलजले का सेंटर नेपाल में कोडारी था। इस दरमियान सीएम नीतीश कुमार ने आफत इंतेजामिया के अफसरों के साथ बैठक की और गांव-गांव जाकर जायजा लेने की हिदायत दिया।
मंगल की दोपहर 31 मिनट के अंदर आये ज़लज़ले के तीन बड़े झटकों ने एक बार फिर लोगों को दहशत में ला दिया। 17 दिनों के बाद आये ज़लज़ले के ताजा झटकों से रियासत में 40 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गयी, जबकि 100 से ज़्यादा जख्मी हो गये। हालांकि, रियासता आफत इंतेजामिया महकमा ने 13 के ही मरने की तसदीक़ की है। रियासती हुकूमत ने ज़लज़ले को लेकर पूरे रियासत में अलर्ट कर दिया गया है।
एहतियात के तौर पर तमाम स्कूलों में बुध से ही गरमी की छुट्टी देने की हुक्म दिया गया है। गरमी की छुट्टी के बाद मुकर्रर तारीख से एक हफ्ताह पहले तमाम स्कूल खुलेंगे। तमाम डॉक्टरों, नर्सो व पारा मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां मंसूख कर दी गयी हैं। रियासती हुकूमत ने मरने वाले के अहलेखाना को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की ऐलान की है। जख्मी होने वालों को सरकारी खर्च पर इलाज किया जायेगा। वजीरे आला नीतीश कुमार ने रियासत के बाशिंदों से सब्र रखने और किसी भी क़िस्म की अफवाह से बचने की दरख्वास्त की है।
रेक्टर स्केल पर 7.3 रफ्तार का सबसे बड़ा झटका दोपहर 12:35 बजे आया, जो करीब 45 सेकेंड तक महसूस हुआ। इसकी वजह से लोग अपने-अपने घरों, दफ्तरों और दीगर एदारों से भाग कर सड़क समेत दीगर महफूज़ मुकामात पर आ गये।
ज़लज़ले के झटकों से दारुल हुकूमत के कई इमारत कमजोर हो गये हैं। मंसूबा दफ्तर में दरार आ गयी है, जबकि विकास भवन में पहले से आयी दरार चौड़ी हो गयी है। कई अपार्टमेंटों में भी दरार की शिकायत मिली है।
कहां कितने मरे
दरभंगा 05
सीतामढ़ी 04
पटना 03
गोपालगंज 03
सारण 03
पूर्वी चंपारण 03
मधेपुरा 03
सीवान 02
समस्तीपुर 02
औरंगाबाद 01
बेगूसराय 01
शेखपुरा 01
अररिया 01
किशनगंज 01
पूर्णिया 01
कटिहार 01
प चंपारण 01
नवादा 01
सहरसा 01
सुपौल 01