ज़लज़लों की पेश क़यासी का कोई निज़ाम मौजूद नहीं : हुकूमत

नई दिल्ली

ज़लज़लों की पेश क़यासी के लिए फ़िलहाल कोई निज़ाम मौजूद नहीं है ताहम इस के तमाम पहलुओ पर गहिरी नज़र रखी जा रही है ताकि इस बात को यक़ीनी बनाया जा सके कि जल्द अज़ जल्द इंतेबाह जारी किए जाएं। साईंस-ओ-टैक्नालोजी और अर्ज़ीयाती उलूम के मर्कज़ी वज़ीर हर्षवर्धन ने लोक सभा में बयान देते हुए कहा कि मुल्क के पास इमकानी हद तक बहतरीन मुम्किना तआवुन मुख़्तलिफ़ महिकमों के दरमियान मौजूद है।

हरचीज़ पर मुनासिब निगरानी रखी जाती है और मुम्किना हद तक आजलाना बुनियाद पर इंतिबाह जारी किए जाते हैं लेकिन एसा कोई निज़ाम मौजूद नहीं है जिस के तहत आइन्दा 24 घंटों के अंदर आने वाले इमकानी ज़लज़लों की पेश क़यासी की जा सके। वो वक़्फ़ा-ए-सवालात के दौरान ऐवान के इजलास से ख़िताब कररहे थे।