ज़लज़लों की पेश क़ियासी नहीं की जा सकती : हुकूमत

नई दिल्ली

हुकूमत ने लोक सभा में आज कहा कि ज़लज़लों की पेश क़ियासी नहीं की जा सकती क्योंकि इस ज़िमन में हुनूज़ टैक्नोलोजी दरयाफ़त नहीं की जा सकी है। क़ब्लअज़ीं अरकान ने नेपाल में हालिया ज़लज़ले की तबाह कारीयों पर गहिरी तशवीश का इज़हार किया और दरयाफ़त किया कि आया इस किस्म के आफ़ात समावी की क़बल अज़ वक़्त पेश क़ियासी नहीं की जा सकती थी?।

वज़ीर ऐटमी तवानाई-ओ-ख़ला जितेन्द्र सिंह ने कहा कि ख़लाई टेक्नोलोजी में हिन्दुस्तान दुनिया के किसी भी मुल्क से पीछे नहीं है लेकिन ज़लज़लों की पेश क़ियासी की टेक्नोलोजी दरयाफ़त करने केलिए दुनिया भर में पेशरफ़त जारी है। वक़फ़ा सिफ़र के दौरान ज़िमनी सवालात का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक ख़लाई टेक्नोलोजी का सवाल है, ज़लज़ला की पेश क़ियासी का मेकानिज़म हनूज़ फ़रोग़ नहीं दिया जा सकता है। ताहम उन्होंने कहा कि पानी की लहरों की रवानी में रौनुमा होने वाली तबदीलीयों और दर्जे हरारत में तफ़ावुत जैसे बिलवासता ज़राए की बुनियाद पर माहिरीन इस समावी आफ़त की अलामात ज़ाहिर करसकते हैं।