मुंबई, 2 मार्च (पी टी आई) तबला नवाज़ उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का कहना है कि वो कैमरे का सामना करने से मुतनफ़्फ़िर नहीं और दुबारा अदाकारी करना चाहेंगे बशर्तिके उन्हें अच्छे प्रोजक्टस मिलें। ज़ाकिर हुसैन को आख़िरी मर्तबा साज़ में देखा गया, जो 1998 की हिन्दी फ़िल्म है जिसे साई परांजपे ने पेश किया और हिदायत कारी भी की थी, और जिस में अरूना ईरानी और शबाना आज़मी ने भी किरदार निभाए।
ज़ाकिर हुसैन ने एक इंटरनैशनल फ़िल्म हैट ऐंड डस्ट (983ई) में भी अदाकारी की थी, जिस की हिदायत जेम्ज़ आयोरी ने दी। ये इंग्लिश फ़िल्म यू के और यू एसमें रीलीज़ की गई थी। 61 साला ज़ाकिर हुसैन ने पी टी आई को बताया कि मैंने कभी भी ख़ुद को ऐक्टर या कुछ इसी तरह पेश नहीं किया है।
लेकिन अगर कोई प्रोजक्ट मेरे सामने आए और अगर मुझे वक़्त दस्तयाब रहे तो में उसे क़बूल करूंगा। लेकिन मुझे अंदाज़ा है कि में किसी अदाकार से कहीं बेहतर तबला नवाज़ हूँ, लिहाज़ा में उसी को तर्जीह दूंगा। उन्होंने दुहराया कि में मूसीक़ार के तौर पर काफ़ी ख़ुश हूँ, मुझे अज़ीम मूसीक़ारों से मिलने और उन से सीखने का मौक़ा मिलता है।