ज़ाती मफ़ाद के लिए ओहदों से मुस्ताफ़ी होना ना मुनासिब

सदर प्रदेश कांग्रेस बी सत्य नारायना ने चीफ़ मिनिस्टर के इस्तीफ़ा के सवाल पर फिर एक बार शदीद रद्दे अमल का इज़हार करते हुए कहा कि अब उन का मुस्ताफ़ी होना बेफ़ैज़ साबित होगा। आज उन्हों ने अहाता असेंबली में मीडिया से बात-चीत करते हुए कहा कि जिस दिन सी डब्लयू सी ने अलाहिदा तेलंगाना रियासत की तशकील की क़रारदाद मंज़ूर की थी, उस दिन इस्तीफ़ा ना दे कर तारीख़ी ग़लती की गई है।

उन्हों ने एहतेजाजी तौर पर मुस्ताफ़ी होने की तजवीज़ पेश की थी, ताहम उस वक़्त हमारी तजवीज़ को अहमीयत नहीं दी गई, लिहाज़ा अब सब कुछ हाथ से निकल जाने के बाद मुस्ताफ़ी होना बेफ़ैज़ साबित होगा।

पार्लीयामेंट में तेलंगाना और सीमा – आंध्र के अरकाने पार्लीयामेंट के रवैया के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्हों ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने रियासत की तक़सीम के मसअले पर कांग्रेस क़ाइदीन को इज़हारे ख़्याल की आज़ादी दी है, लिहाज़ा तेलंगाना के अरकाने पार्लीयामेंट तेलंगाना की और सीमा – आंध्र के अरकान मुत्तहदा आंध्र की ताईद कर रहे हैं।