ज़ानियों को इंतेख़ाबी उम्मीदवार ना बनाया जाये : मायावती

लखनऊ । 2 । जनवरी: बहुजन समाज पार्टी की सरबराह पार्टी ने आज कहा कि उनकी पार्टी इस नज़रिये से इत्तेफ़ाक़ करती है कि जो लोग इस्मत रेज़ि केस के ख़ाती और मुल्ज़िम हैं उन्हें इंतेख़ाबात में सियासी पार्टियों की तरफ‌ से उम्मीदवार नहीं बनाना चाहीए ।

मायावती ने अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि बी एस पी इस नज़रिये से 101 फ़ीसद इत्तेफ़ाक़ करती है कि ज़ानियों को इंतेख़ाबी उम्मीदवार नहीं बनाना चाहीए और ना ही उन्हें अहमियत दी जानी चाहीए ।

साबिक़ चीफ मिनिस्टर यू पी ने मर्कज़ी वज़ीर शशी थरूर की इस तजवीज़ की भी हिमायत की कि इंसिदाद इस्मतरेज़ि क़वानीन पर नज़र-ए-सानी की जानी चाहीए और इस क़ानून को दिल्ली के इजतिमाई इस्मतरेज़ि का शिकार लड़की का नाम दिया जाना चाहीए।

अगर मुतास्सिरा लड़की के वालदैन नाम देने की इजाज़त देते हैं तो इस नाम को बरसर-ए-आम लाने में कोई क़बाहत नहीं है। इस ख़सूस में मर्कज़ी हुकूमत को एक कुल जमाती इजलास तलब करना चाहीए और हर एक के साथ मुशावरत के बाद इत्तेफ़ाक़ राय के साथ क़ानून बनाया जाये।