कर्नाटक के साबिक़ वज़ीर बेसुरी रामलो जो बेल्लारी लोक सभा हलक़े से मुक़ाबले के लिए हाल ही में बी जे पी में शामिल हुए हैं उन्होंने आज ख़ुद को अदालत में ख़ुदसुपुर्दगी करदी। अदालत ने इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की गुज़शता साल असेम्बली इंतेख़ाबात के दौरान ख़िलाफ़वरज़ी की बिना पर इनका नाक़ाबिल ज़मानत वारंट जारी किया था।
श्री रामलो फ़रस्ट क्लास जोडिशीयल मजिस्ट्रेट के इजलास पर हाज़िर हुए और उन्हें नोटिस जारी किए जाने के बावजूद क़ब्लअज़ीं ग़ैर हाज़िरी केलिए माज़रत ख़्वाही की। उनपर गुज़शता साल मई में असेम्बली इंतेख़ाबात के दौरान मुक़र्ररा मुद्दत के बाद भी इंतेख़ाबी मुहिम चलाते हुए इंतेख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वरज़ी के जुर्म में मुक़द्दमा दर्ज किया गया था।
इस के बाद अदालत ने श्री रामलो को नोटिस रवाना किया था । श्री रामलो की आज अदालत में हाज़िरी के बाद मजिस्ट्रेट ज़रीना ने उनकी ज़मानत मंज़ूर करदी। श्री रामलो माज़ी में कानकनी की सनअत के नामवर शख़्स जनार्धन रेड्डी के क़रीबी साथी रह चुके हैं। उन्होंने पहले बी एस आर कांग्रेस के बी जे पी में इंज़िमाम का एलान किया था लेकिन बी जे पी क़ाइद सुषमा स्वाराज ने उसकी बरसर-ए-आम मुख़ालिफ़त की इस के बाद श्री रामलो ने अकेले ही भगवा पार्टी में शिरकत इख़तेयार करली।