हैदराबाद 22 मार्च: ईसाई तबक़ा की आरिज़ी इबादत-गाह को जलाए जाने के मुआमले में निज़ामबाद के मौज़ा गोपनपल्ली में सुकून पाया जाता है लेकिन मुक़ामी अवाम मुआमले में सिंह परिवार की कारस्तानी से ख़ौफ़-ओ-हरास में मुबतेला हैं।
पिछ्ले दिन ज़ाफ़रानी तन्ज़ीमों से ताल्लुक़ रखने वाले नामालूम लोगें ने इलाके में ईसाई तबके की तरफ से तैयार करदा आरिज़ी इबादतगाह को जला दिया और वो इल्ज़ाम आइद कर रहे थे कि ईसाई पादरी अक्सरीयती तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले हिंदूओं में ईसाईयत की तब्लीग़ करते हुए उन्हें तबदीली मज़हब की सिम्त राग़िब कर रहे थे।
सुपरिन्टेन्डेन्ट आफ़ पुलिस निज़ामबाद के मुताबिक चर्च की तामीर पर एतेराज़ किया गया था और बादअज़ां इस ज़रे तामीर आरिज़ी इबाद गाह में आतिशज़नी का वाक़िया पेश आया। रात की तारीकी में नामालूम लोगें की तरफ से इबादतगाह को नज़रे आतिश किए जाने से पहले हिंदूतवा तन्ज़ीमों से ताल्लुक़ रखने वाले चंद लोगें ने मुक़ामी पादरी पर हमला कर दिया और इस हमले की ज़द में पादरी के अलावा इबादत के लिए पहुंचने वाले चंद ईसाई भी आगए। 40 से ज़ाइद हिंदू नौजवानों के हमले में ज़ख़मी होने वाले 6 लोग शरीक दवाख़ाने में हैं जिनमें एक चार साला लड़की भी शामिल है।
पादरी नतन कुमार का कहना है कि जब हमला किया गया तो वो इंतेहाई ख़ौफ़नाक मंज़र था। हमला आवरों की तरफ से ना सिर्फ ईसाई तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वालों को निशाना बनाया गया बल्कि ईसाईयों के मुक़द्दस सहीफ़ा की बे-हुरमती की गई और उसे पादरी से छीन कर फाड़ दिया गया। ज़ाफ़रानी तन्ज़ीमों से ताल्लुक़ रखने वाले नौजवानों की तरफ से अक़लियतों खास्कर ईसाई मुबल्लग़ीन-ओ-इबादत-गाहों पर हमलों के वाक़ियात में इज़ाफ़ा होता जा रहा है।
रुकने पार्लियामेंट निज़ामबाद के कवीता ने चर्च को नज़र-ए-आतिश करने के अलावा पादरी और ईसाई तबके पर हमले के वाक़ियात की सख़्त मुज़म्मत करते हुए कहा कि हुकूमत तेलंगाना ख़ातियों को बख़्शेगी नहीं और तमाम ख़ातियों की निशानदेही करते हुए उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई को यक़ीनी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के वाक़ियात के रोक्ने बेहतर इक़दामात किए जाऐंगे और रियासत में मौजूद अक़लियती तबक़ात में एहसास ख़ुद एतेमादी पैदा किया जाएगा।