हैदराबाद 25 अक्टूबर (सियासत न्यूज़) मिल्लत की दुख़तर इन में कई ऐसे नाम हैं जिन्हों ने अपनी सलाहीयतों का ग़ैरमामूली मुज़ाहरा करते हुए मुल्क-ओ-क़ौम का नाम रोशन किया है और इस फ़हरिस्त में एक और नाम फ़र्हत नाज़ शामिल हो जाए तो ये ताज्जुब ख़ेज़ नहीं होगा।
सुधार था कॉलिज में डिग्री की तालिबा फ़र्हत नाज़ सहाफ़ी ग़ुलाम मुहम्मद की दुख़तर हैं जिन्हों ने ना सिर्फ 525 निशानात् के ज़रीया एससी सी का इमतिहान कामयाब किया बल्कि उन्होंने इन सी सी के क़ौमी कैंपस में शिरकत करते हुए कई इनामात के साथ बी सर्टीफ़िकेट भी हासिल किया।
नुमाइंदा सियासत से ख़ुसूसी मुलाक़ात में उन्हों ने कहा कि उन्हों ने शोबा दिफ़ा के कैंप में शिरकत करते हुए इर्विंगस की 20 घंटों की परवाज़ का कारनामा भी अपने नाम दर्ज कर लिया है ।
कैरीयर के मुताल्लिक़ फ़र्हत का कहना है कि वो पायलट बनना चाहती हैं लेकिन उन के मआशी हालात उस की इजाज़त नहीं देते लिहाज़ा वो स्पांसर शिप की मुंतज़िर हैं लेकिन उन्होंने साथ ही साथ हिंदूस्तानी शोबा दिफ़ा में मुलाज़मत के लिए रोड मैप तैयार् कर लिया है जिस की पहली सीढ़ी ग्रैजूएशन है और वो फाईनल और् खतम् करते हुए इस शोबा में दाख़िला के इमतिहान की तैय्यारी करेंगी।
ग़ुलाम मुहम्मद ने इस मौक़ा पर कहा कि पायलट के लिए माली हालात मुनासिब ना होने के बावजूद उन्हें उम्मीद है कि कोई ना कोई फ़र्हत की सलाहीयतों को देख कर उन की मदद के लिए आगे आएगा |