फ़र्ज़शनासी की क़दर, लापरवाही नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त चीफ़ मिनिस्टर कर्नाटक

बीदर। 14 अक्टूबर,( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) वज़ीर-ए-आला सदानंद गौड़ा ने हिदायत दी है कि तमाम सरकारी आफ़िसरान शहरी और देही इलाक़ों में 24घंटे अवामी ख़िदमत पर मामूर रहें, मौसूफ़ रियास्ती असैंबली के कान्फ़्रैंस हाल में डीवीझ़नल कमिश्नर्स, डिप्टी कमिश्नर्स और ज़िला पंचायत चीफ़ एकज़ीकीटो ऑफीसरस के स्टेट लेवल इजलास को मुख़ातब कररहे थी।उन्हों ने कहा कि बी जे पी हुकूमत का ये अज़म है कि रियासत को तरक़्क़ी की सिम्त ले जाया जाए। लिहाज़ा इस हुकूमत में ईमानदारी और काम से वफ़ादारी की हमक़दर करेंगी। लेकिन हुकूमत किसी भी हालत में अफ़िसरों की काहिली, लापरवाही और ग़ैर ज़िम्मेदारी को बर्दाश्त नहीं करेगे। सरकारी ओहदेदारान को चाहीए कि वो 24घंटे अवामी ख़िदमत में जुटे रहें चुनांचे उन्हों ने अपने शोबा के तमाम आफ़िसरान को ये हिदायत दे रखी है कि दफ़्तर में मौजूद तमाम फाईलस अंदरून पंद्रह यौम क्लीयर करदी जाएं। इसी तर्ज़ पर रियासत भर के सरकारी दफ़ातिर में भी पंद्रह दिनों के अंदर ज़ेर इलतिवा रखी गईं तमाम फाईलस क्लीयर करनी होंगी। उन्हों ने मश्वरा दिया कि वो हर हफ़्ता में इक दिन उन के पास आनेवाली फाईलों का जायज़ा लेने और उन पर कार्रवाई केलिए मुख़तस करें। वज़ीर-ए-आला ने ये हिदायत भी दी कि काम की रफ़्तार का जायज़ा लेने केलिए हर हफ़्ता प्रोग्रेस रिपोर्ट तैय्यार की जाय कि दफ़्तर में कितनी फाईलस आएं और उन पर क्या कार्रवाई हुई ही, उन्हें कहां भेजवा या गया और मज़ीद कितनी फाईलस ज़ेर अलतवा हैं और इस की वजूहात क्या हैं। जहां तक होसके आफ़िसरान ये कोशिश करें कि कोई फाईल उन के दफ़्तर में ज़ेर अलतवा रहने की नौबत ना आई। डिप्टी कमिश्नर्स और चीफ़ एकज़ीकीटो ऑफीसरस ज़िला पंचायत को उन्हों ने हिदायत दी कि फाईल क्लीयरैंस इंतिहाई अहम काम है जिस को पूरी तरह मुहतात रह कर अंजाम दिया जाए। उन्हों ने सख़्त लहजा में कहा कि लाल फ़ीता वाले फाईल रखने और रिश्वत लेने की हरगिज़ कोशिश ना की जाए। उन्हों ने इज़हार-ए-अफ़सोस किया कि अज़ला में अवामी अदालत या अवामी मसाइल हल करने के प्रोग्राम बंद होगए हैं।ज़िला पंचायत को हिदायत दी गई कि वो हफ़्ता में कम से कम दो दिन अपने हेडक्वार्टर पर और हर महीना कम अज़ कम दस दिन ताल्लुक़ा और देही इलाक़ों का दौरा करके वहां के कामों का जायज़ा लें। उन्हों ने ये भी हिदायत दी कि डिप्टी कमिशनर और चीफ़ एकज़ीकीटो ऑफीसरस ज़िला पंचायत हर माह अपने दफ़्तर की कारकर्दगी से मुताल्लिक़ रिपोर्ट वज़ीर-ए-आला के दफ़्तर पहुंचाएं।