आलेर में विक़ार अहमद और उन के साथीयों के मुबय्यना फ़र्ज़ी एनकाउंटर की सी बी आई के ज़रीये तहक़ीक़ात करवाने के मुतालिबा को अमला मुस्तर्द करते हुए चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव ने इस वाक़िये की सिर्फ़ एक ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम के ज़रीये तहक़ीक़ात करवाने का फ़ैसला किया है।
सरकारी ज़राए ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर ने चीफ़ सेक्रेटरी राजीव शर्मा को ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम तशकील देने के अहकामात जारी करने की हिदायत दी है।एस आई टी के ज़रीये तहक़ीक़ात के एलान के कुछ ही देर बाद मुस्लिम तंज़ीमों ने चीफ़ मिनिस्टर की इस पेशकश को मुस्तर्द कर दिया और सी बी आई या अदालती तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया।
एनकाउंटर के पस-ए-मंज़र में कई शक-ओ-शुबहात के सबब चीफ़ मिनिस्टर ने एस आई टी के ज़रीये तहक़ीक़ात कराने का फ़ैसला किया है और इस सिलसिले में जी ओ की इजराई मुतवक़्क़े है।अगरचे सेंट्रल ब्यूरो आफ़ तहक़ीक़ात के ज़रीये इस मुआमले की तहक़ीक़ात करवाई जाये तो हक़ायक़ सामने आने की उम्मीद है और अगर रियासती पुलिस ओहदेदारों पर मुश्तमिल ऐस आई टी के ज़रीया अगर तहक़ीक़ात करवाई जाती है तो इस तहक़ीक़ात में शफ़्फ़ाफ़ियत ना होने का शुबा है और ये समझा जाता हैके इस टीम के ओहदेदारों को आसानी से असरअंदाज़ किया जा सकता है।
दूसरी तरफ़ अगर इस एनकाउंटर की अदालती तहक़ीक़ात एक बरसर ख़िदमत जज के ज़रीये करवाई जाये तो वाक़िये की हर तरहा से तहक़ीक़ात मुम्किन है।
वाज़िह रहे के 7 अप्रैल को विक़ार अहमद और इस के चार साथीयों सय्यद अमजद अली हनीफ़ मुहम्मद ज़ाकिर और इज़हार ख़ान को वर्ंगल सेंट्रल जेल से हैदराबाद की अदालत को मुंतक़ली के दौरान एनकाउंटर में हलाक कर दिया गया था लेकिन महलूक नौजवान बीड़ियों में जकड़े होने के सबब कई तंज़ीमों ने इस एनकाउंटर को फ़र्ज़ी क़रार देते हुए इस मुआमले की आला सतही तहक़ीक़ात का मुतालिबा दिया था।