सयासी असर-ओ-रसूख़, सयासी आक़ाव की ख़ुशनुदी में दौलत का नियम और सयासी रुतबा का ग़रूर जब सर चढ़ कर बोलने लगता है तो क़ानून कमज़ोर और आम शहरी लाचार दिखाई देते हैं।
सयासी रुतबा का ग़रूर अगर किसी को इस हद तक ले जा सकता है तो फिर? अगर एसे शख़्स के हाथ सयासी कमान आजाए तो समाज का क्या होगा।
आज शाम पुराने शहर में एसा ही एक वाक़िया पेश आया जहां इर्फ़ान नामी नौजवान ने क्रीम नामी नौजवान पर बंदूक़ से फ़ायर कर दिया, निशाना चूक जाने के सबब बंदूक़ की गोली क्रीम की गर्दन को छू कर चली गई जिस के सबब-ओ-मामूली ज़ख़मी होगया।
बताया जाता हैके इस वाक़िये के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। इर्फ़ान के हमले के बाद इस के रिश्तेदारों ने हंगामा आराई करते हुए इलाके में मीडीया को रोकने की नाकाम कोशिश की और मुबयना तौर पर धमकाने लगे और चंद एक सहाफ़ीयों और फोटोग्राफर्स के कैमरे भी खींच लिए गए।
इर्फ़ान जो एक रुकन पार्लीमैंट के मुबयना दस्त रास्त का क़रीबी रिश्तेदार है उसकी ये हरकत कोई नई बात नहीं रही। क़ब्लअज़ीं इस ने बंदूक़ का इस्तेमाल किया था।
चूँकि इर्फ़ान एक रुकन पार्लीमैंट के दस्त रास्त का रिश्तेदार होने के साथ साथ मुस्तक़बिल में सयासी रुतबा का ख़ाहिशमंद और सयासी रुतबा के उम्मीदवार का भी रिश्तेदार है और एक रुकन पार्लीमैंट को तोहफ़ा के तौर पर महलनुमा इमारत नज़र करने वाले ख़ानदान से ताल्लुक़ रखता है।
इसे में इस नौजवान की तरफ से हथियार का खुले आम इस्तेमाल शहरीयों में ताज्जुब का बाइस बना हुआ है। जहांनुमा, फ़लक नुमा और शहर के दुसरे इलाक़ों में जहां ये वाक़िया मौज़ा बेहस बना हुआ था।
अक्सर शहरीयों ने यही तास्सुर पेश किया कि दौलत का नियम और सयासी ताक़त की होस जब सर चढ़ कर बोलने लगती है तो अक्सर एसे वाक़ियात पेश आते हैं और अभी जब सयासी रुतबा हासिल ही नहीं हुआ तो ये हाल है और अगर जब रुतबा हासिल होजाए तो क्या हाल होगा।
जहांनुमा में आज शाम पेश आए इस वाक़िये ने जहां दौलत और सयासी असर के गठजोड़ से समाज पर होने वाले असरात को वाज़िह कर दिया तो दूसरी तरफ़ क़ानून के रखवालों की नींद उड़ादी।
शहर में खुले आम बढ़ते गण कल्चर और आए दिन पेश आरहे एसे वाक़ियात पुलिस की कारकर्दगी पर सवालिया निशान बन गए हैं और पुलिस एसे वाक़ियात की रोक थाम में यकसर तौर पर नाकाम साबित होरही है।
जहांनुमा फायरिंग के इस वाक़िये में पुलिस पर ख़ाती को बचाने और सयासी दबाव में आकर इक़दामात करने के इल्ज़ामात पाए जा रहे थे।
ताहम इन इल्ज़ामात को अस्सिटेंट कमिशनर आफ़ पुलिस फ़लकनुमा डीवीझ़न ताहिर अली ने मुस्तर्द कर दिया और बताया कि फायरिंग करने वाले नौजवान इर्फ़ान को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ का आग़ाज़ कर दिया और पुलिस ने ज़ख़मी को हॉस्पिटल मुंतक़िल कर दिया है और माहिरीन की राय-ओ-मश्वरह हासिल किया जा रहा है ताकि ये पता चलाया जा सके कि किस बंदूक़ से फ़ायर किया गया और इस बंदूक़ को लाईसेंस था या नहीं।
ए सी पी फ़लकनुमा ताहिर अली ने बताया कि इर्फ़ान अपनी गाड़ी में था और क्रीम मोटर साइकिल पर दोनों का आमना सामना हुआ और बेहस-ओ-तकरार के बाद इर्फ़ान ने क्रीम पर फ़ायर कर दिया।
ए सी पी फ़लकनुमा ने बताया कि इन दोनों के दरमयान कोई पुरानी दुश्मनी या कोई अराज़ी का मसला होने की ताहाल कोई बात सामने नहीं आई।
उन्होंने वाज़िह तौर पर कह दिया कि पुलिस किसी भी किस्म के सयासी दबाव के तहत कार्रवाई से पस-ओ-पेश नहीं करेगी बल्कि पुलिस अपना काम ज़रूर करेगी, इर्फ़ान को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ का आग़ाज़ कर दिया है। पुलिस मसरूफ़ तहक़ीक़ात है।