मशरिक़ी येरूशलम में बसने वाले फ़लस्तीनीयों की इसराईली शहरीयत हासिल करने के रुजहान में इज़ाफ़ा देखा गया है जब कि एक अर्से से ये लोग इस इक़दाम की मुख़ालिफ़त करते रहे हैं।
फिसलतीनी तवील अर्सा से अपनी एक अलग रियासत का ख़ाब और मशरिक़ी येरूशलम को इस के दारुल हुकूमत के तौर पर देखते आ रहे हैं लेकिन इस तनाज़ा के किसी फ़ौरी हल की सूरत नज़र ना आने पर अक्सर फ़लस्तीनीयों ने इसराईल की मुकम्मल शहरीयत अख़्तियार करने का इरादा ज़ाहिर किया है।
शहरीयत हासिल करने की कोशिश करने वालों का कहना है कि उनके पास कोई और चारा नहीं है। तदरीस के शोबे से वाबस्ता एक फ़लस्तीनी ने अपना नाम ज़ाहिर ना करने की शर्त पर बताया कि “मुझे बहुत बुरा महसूस हो रहा है क्योंकि मैं बहैसीयत येरूशलम के रिहायशी और फ़लस्तीन का पासपोर्ट रखने को तर्जीह देता हूँ। लेकिन बदक़िस्मती से ऐसा नहीं हुआ।”