फ़लाही कामों और वर्ल्डकप पर तवज्जो:आफ़रीदी

पाकिस्ता नेकर कट टीम के ऑल राउंडर और शाहिद आफ़रीदी फाऊंडेशन के रूह रवां शाहिद आफ़रीदी ने कहा है कि पाकिस्तान ने मुझे इज़्ज़त, दौलत और शौहरत सब कुछ दी अब वक़्त आगया है कि मैं भी क़ौम के लिए कुछ करूँ, अपने लिए तो सब जीते हैं दूसरों के काम आने से क़ल्ब को सुकून मिलता है।

बूम बूम शाहिद आफ़रीदी ने कहा है कि समाजी कामों के इलावा इस वक़्त मेरी तवज्जो अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप पर भी है मेरी ख़ाहिश है कि इस मेगा ईवंट में बेहतर से बेहतर मुज़ाहरा करूं। वर्ल्ड कप के बाद अपने कैरियर का फ़ैसला करूंगा। इन ख़्यालात का इज़हार उन्होंने मुक़ामी होटल में शाहिद आफ़रीदी फाऊंडेशन की तकरीब-ए-रूनुमाई के मौक़ा पर और मीडिया से बातचीत में किया।

उन्होंने कहा कि वालिद के इंतिक़ाल के बाद मैंने समाजी ख़िदमत करने का अज्म किया था और आज मुझे ये बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि कोहाट के एक गांव में मेरे वालिद से मौसूम तामीर होने वाला अस्पताल में काम शुरू होचुका है जो 16 बिस्तरों पर मुश्तमिल है इस पर मैंने ज़ाती तौर पर एक करोड़ और 60 लाख रुपये ख़र्च किए हैं।

ये मेरा ईमान है कि नेक मक़सद के लिए काम करने वालों की मदद अल्लाह ताला ख़ुद करते हैं। पहले मैंने ज़िला कोहाट के गांव तंगी बादा में सिर्फ़ एक कमरे की डिसपेंसरी बनाने का प्रोग्राम बनाया था लेकिन अल्लाह ताला ने मेरी मदद की और अपनी ज़ाती ज़मीन पर वहां एक बड़ा मैटरनिटी अस्पताल क़ायम हो गया।

हमारी फ़ाउंडेशन की अव्वलीन तर्जीह सेहत है। ख़ैबर पख्तून्ख्वा के नवाही इलाक़ों में बेपनाह ग़ुर्बत है वहां काम करने की अशद ज़रूरत है। मैंने अभी तक अस्पताल की तामीर के लिए हुकूमती सतह पर किसी से मदद तलब नहीं की ताहम इमरान ख़ान ने इस हवाले से मेरी काफ़ी रहनुमाई और हौसलाअफ़्ज़ाई की जिस से मुझे मज़ीद हौसला मिला।

शाहिद आफ़रीदी ने कहा कि मैंने माज़ी में मुख़्तलिफ़ एन जी ओज़ के साथ मिल कर बहुत रफ़ाई काम किए अब अपनी फ़ाउंडेशन के बैनर तले रफ़ाई कामों का ना रुकने वाला सिलसिला जारी रहेगा।